#गिरिडीह #अवैधशराब : गुप्त सूचना पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, शराब माफियाओं पर नकेल
- बगोदर पुलिस ने अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया।
- 150 लीटर स्प्रिट, हजारों बोतलें और पैकिंग सामग्री जब्त।
- तीन आरोपी गिरफ्तार जिनमें महिला और उसका बेटा शामिल।
- एसडीपीओ धनंजय कुमार राम के नेतृत्व में छापेमारी।
- नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की पहचान जारी।
गिरिडीह जिले के बगोदर में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अटका कुबरीटांड़ गांव स्थित अवैध अंग्रेजी शराब की मिनी फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर दिया। गुरुवार देर शाम गुप्त सूचना के आधार पर की गई इस छापेमारी में तीन धंधेबाज गिरफ्तार किए गए, वहीं मौके से भारी मात्रा में शराब बनाने की सामग्री और उपकरण जब्त हुए। शुक्रवार को बगोदर-सरिया एसडीपीओ धनंजय कुमार राम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे अभियान की जानकारी दी।
गुप्त सूचना से शुरू हुई कार्रवाई
गिरिडीह पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली थी कि अटका कुबरीटांड़ गांव में अवैध रूप से अंग्रेजी शराब का निर्माण हो रहा है। जानकारी की पुष्टि के बाद एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें इंस्पेक्टर अजय कुमार, थाना प्रभारी विनय कुमार यादव, पुलिस अवर निरीक्षक आनंद कच्छप और अनुशेक कुमार शामिल थे। टीम ने संगठित तरीके से ऑपरेशन चलाया और मौके पर धंधेबाजों को रंगे हाथ पकड़ लिया।
छापेमारी में मिली भारी सामग्री
छापेमारी के दौरान पुलिस ने करीब 150 लीटर कच्चा स्प्रिट, हजारों खाली बोतलें, ढक्कन, कॉर्क, स्टिकर, रैपर, विभिन्न ब्रांड की तैयार शराब, रंग और पैकिंग उपकरण बरामद किए। इसके अलावा एक कार और मोबाइल फोन भी जब्त किया गया, जिसका इस्तेमाल इस धंधे में किया जा रहा था। यह मात्रा बताती है कि फैक्ट्री बड़े पैमाने पर शराब की सप्लाई करने की तैयारी में थी।
गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने मौके से तीन लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें कुबरीटांड़ की छोटी साव, उसका बेटा विकास कुमार और हेठलीबागी निवासी आकाश कुमार शामिल हैं। सभी के खिलाफ कांड दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ चल रही है और इस अवैध नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की भी पहचान की जा रही है।
अवैध शराब पर पुलिस का अभियान
झारखंड में अवैध शराब का कारोबार लंबे समय से एक गंभीर समस्या रहा है। बगोदर क्षेत्र में यह पहली घटना नहीं है जब शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ हो। पुलिस और उत्पाद विभाग लगातार छापेमारी अभियान चलाकर इस धंधे पर रोक लगाने की कोशिश कर रहे हैं। इस ऑपरेशन की सफलता से यह साफ है कि पुलिस गुप्त सूचना पर तुरंत कार्रवाई कर रही है और शराब माफियाओं के खिलाफ सख्त रवैया अपनाए हुए है।
न्यूज़ देखो: नशे के कारोबार पर चोट
बगोदर पुलिस की इस कार्रवाई ने अवैध शराब कारोबारियों को स्पष्ट संदेश दिया है कि कानून से बचना आसान नहीं। अवैध शराब न केवल अपराध को बढ़ावा देती है बल्कि समाज और युवाओं के भविष्य को भी खतरे में डालती है।
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समाज को बचाना है नशे के जाल से
यह सफलता बताती है कि जागरूक नागरिक और सतर्क पुलिस मिलकर ही नशे के अवैध धंधे को खत्म कर सकते हैं। अब समय है कि हम सब इस मुद्दे पर आवाज उठाएं, कॉमेंट कर अपनी राय दें और इस खबर को शेयर करें ताकि समाज में जागरूकता फैले।