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खबर का असर: लातेहार में अमानत नदी पर बनेगा पुल, मापी कार्य शुरू — 15 दिन पहले उठी थी ग्रामीणों की आवाज

#लातेहार #पुलनिर्माणशुरुआत : मीडिया रिपोर्टिंग के असर से हेरनहोपा गांव में अमानत नदी पर पुल निर्माण की दिशा में शुरू हुआ सर्वे — वर्षों की मांग को मिली प्रशासनिक मंजूरी

15 दिन पहले उठी थी आवाज, अब शुरू हुआ सर्वे

लातेहार जिले के बारियातू प्रखंड अंतर्गत बालूभांग पंचायत के हेरनहोपा गांव में अमानत नदी पर पुल निर्माण को लेकर अब प्रशासनिक पहल तेज हो गई है।
NEWS JHARKHAND 24 LIVE और न्यूज़ देखो ने इस समस्या को 15 दिन पहले प्रमुखता से उठाया था, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया।

अब पुल निर्माण को लेकर मापी (सर्वे) कार्य शुरू कर दिया गया है। यह वही स्थान है जहां बरसात के समय ग्रामीणों को नदी पार करने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बच्चों की स्कूलों तक पहुंच, मरीजों का अस्पताल जाना, और बाजार तक की दूरी — सब कुछ इस पुल के अभाव में दुश्वार हो गया था।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मेहनत लाई रंग

इस पूरे प्रयास में विधायक प्रकाश राम और जिला परिषद सदस्य रमेश राम की सक्रियता बेहद महत्वपूर्ण रही है।
इन दोनों जनप्रतिनिधियों ने लगातार प्रशासन से संपर्क, निरीक्षण और संवाद बनाए रखा, जिससे यह कार्य अब धरातल पर उतरने लगा है।

ग्रामीणों में खुशी, मीडिया की भूमिका को सराहा

गांव के बुजुर्ग से लेकर युवाओं तक, हर कोई इस पहल से उत्साहित और आभारी है।
ग्रामीणों ने बताया कि यह पुल उनके लिए सिर्फ एक निर्माण कार्य नहीं, बल्कि बरसों से चली आ रही एक तकलीफ का अंत है।
उन्होंने मीडिया की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि अगर आवाज न उठाई जाती, तो शायद यह पहल अभी भी ठंडे बस्ते में रहती।

गांव के निवासी अशोक उरांव ने कहा: “पहली बार लगा कि हमारी बात सुनी गई है। अब बच्चों को स्कूल और मरीजों को अस्पताल तक पहुंचने में तकलीफ नहीं होगी।”

उम्मीदों को मिले पंख, जल्द होगा निर्माण

सर्वे की शुरुआत ने ग्रामीणों को पुल निर्माण की ओर पहला ठोस संकेत दिया है।
अब सभी को उम्मीद है कि जल्द ही निर्माण कार्य की टेंडर प्रक्रिया पूरी होगी और स्थायी आवागमन की सुविधा हेरनहोपा गांव को मिल सकेगी।

न्यूज़ देखो: जब पत्रकारिता बने आवाज़, तब आता है बदलाव

न्यूज़ देखो’ हमेशा से जमीनी मुद्दों को उठाने और लोकल प्रशासन को जवाबदेह बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहा है।
अमानत नदी पर पुल की मांग भी ऐसा ही एक मुद्दा था, जिसे हमने लगातार फॉलो किया।
अब जब प्रशासन ने इस दिशा में कदम उठाया है, तो यह दर्शाता है कि स्थानीय पत्रकारिता आज भी परिवर्तन की नींव रख सकती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

जागरूकता से बदलती हैं तस्वीरें

यह खबर हमें सिखाती है कि संघर्ष, प्रतिनिधित्व और मीडिया की एकजुटता से वर्षों पुरानी समस्याओं का समाधान निकल सकता है।
आप भी ऐसे मुद्दों की जानकारी हमें दें, अपनी बात कहें, और खबर को उन दोस्तों और परिवार वालों तक शेयर करें जिन्हें इसकी ज़रूरत है।
आपकी जागरूकता ही बदलाव की सबसे बड़ी ताकत है।

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