
#गिरिडीह #शिक्षा_बैठक : JAC रांची और नेपाल हाउस में आयोजित अहम बैठक में वर्ष 2026 की परीक्षाओं व कक्षा 1–12 की मूल्यांकन व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा।
- JAC रांची एवं नेपाल हाउस में कक्षा 08, 09 और 11 की 2026 परीक्षाओं पर उच्चस्तरीय बैठक।
- कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों की वार्षिक मूल्यांकन प्रणाली में सुधार को लेकर विचार-विमर्श।
- बैठक में टुंडी विधायक व मुख्य सचेतक मथुरा प्रसाद महतो, JAC चेयरमैन डॉ. नटवा हांसदा उपस्थित रहे।
- अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह और स्कूली शिक्षा सचिव उमा शंकर सिंह ने संरचनात्मक सुधारों पर जोर दिया।
- परीक्षा संचालन को और अधिक पारदर्शी, सुरक्षित व सक्षम बनाने पर सहमति बनी।
कल झारखंड अधिविद् परिषद (JAC) रांची एवं नेपाल हाउस में एक महत्वपूर्ण उच्चस्तरीय बैठक आयोजित हुई, जिसमें वर्ष 2026 में आयोजित होने वाली कक्षा 08, 09 और 11 की परीक्षाओं की संरचनात्मक तैयारी पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया कि आगामी परीक्षाएँ तकनीकी दृष्टि से मजबूत, पारदर्शी और त्रुटिरहित हों। साथ ही परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा, प्रश्नपत्र नियंत्रण तंत्र और मूल्यांकन प्रक्रिया को और सुदृढ़ बनाने पर भी मंथन हुआ।
बैठक में कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों की वार्षिक मूल्यांकन प्रणाली पर विशेष चर्चा की गई। शिक्षा विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि मूल्यांकन प्रक्रिया विद्यार्थियों के समग्र विकास, सीखने की गति और कौशल आधारित शिक्षा पर केंद्रित होनी चाहिए। इसके लिए निरंतर मूल्यांकन, प्रोजेक्ट-आधारित अध्ययन और वर्ग-स्तरीय शिक्षण सुधारों को अपनाने की बात कही गई।
प्रमुख उपस्थित अधिकारी एवं प्रतिनिधि
इस महत्वपूर्ण बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे—
- टुंडी विधायक सह मुख्य सचेतक मथुरा प्रसाद महतो
- JAC चेयरमैन डॉ. नटवा हांसदा
- शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह
- स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता सचिव उमा शंकर सिंह
- JAC के अन्य अधिकारी एवं सदस्य
बैठक में उपस्थित अधिकारियों ने कहा कि झारखंड की शिक्षा प्रणाली को आधुनिक, पारदर्शी और छात्र-केंद्रित बनाने के लिए सभी स्तरों पर समन्वित प्रयास आवश्यक हैं। परीक्षा संचालन में तकनीकी हस्तक्षेप बढ़ाने, प्रशिक्षण को सुदृढ़ करने और मूल्यांकन तंत्र को अधिक वैज्ञानिक बनाने पर सहमति बनी।
शिक्षा सुधार की दिशा में बड़ा कदम
बैठक में यह भी तय किया गया कि छात्रों के सीखने के स्तर को बेहतर मापने के लिए नए प्रारूप और संरचनाएँ लागू की जाएँगी। परीक्षाओं को तनावमुक्त, समयबद्ध और अधिक निष्पक्ष बनाने के लिए कई प्रस्तावों पर विचार हुआ। JAC ने संकेत दिया कि आने वाले महीनों में नई परीक्षा नीतियाँ और दिशानिर्देश जारी किए जा सकते हैं।



न्यूज़ देखो: शिक्षा सुधार को गति मिल रही है
झारखंड में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में यह बैठक अहम कदम है। अधिकारियों के संयुक्त प्रयास से उम्मीद है कि परीक्षा प्रणाली अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और बच्चों के हित में प्रभावी बनेगी।
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बेहतर शिक्षा, बेहतर भविष्य—सिस्टम को मजबूत करना हम सबकी जिम्मेदारी
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बच्चों को नई मूल्यांकन प्रणाली के लिए तैयार करें।
विद्यालयों में पारदर्शिता और गुणवत्ता बढ़ाने में सहयोग दें।
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