
#सिमडेगा #जयंतीकार्यक्रम : बानो प्रखण्ड में महिला मोर्चा और मंडल स्तर पर आयोजित हुआ स्मरण समारोह
- बानो प्रखण्ड मुख्यालय बूथ 203 में महिला मोर्चा अध्यक्ष रीना देवी के नेतृत्व में कार्यक्रम।
- पंडित दीनदयाल उपाध्याय को केक काटकर और माल्यार्पण कर किया गया नमन।
- रीना देवी के साथ रेणु देवी, शर्मिला देवी, सावित्री देवी, आशा देवी रही उपस्थित।
- हुरदा मंडल अध्यक्ष ओमिन सिंह ने एकात्म मानववाद और अंत्योदय पर दिया जोर।
- समारोह में भाजपा कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा।
बानो (सिमडेगा) में गुरुवार को भारतीय जनसंघ के संस्थापक और अंत्योदय दर्शन के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। बानो प्रखण्ड मुख्यालय के बूथ संख्या 203 में महिला मोर्चा की प्रखण्ड अध्यक्ष रीना देवी के नेतृत्व में कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां उपाध्याय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया और केक काटकर उनके योगदान को याद किया गया। इस अवसर पर रेणु देवी, शर्मिला देवी, सावित्री देवी, आशा देवी सहित कई महिलाएं उपस्थित रहीं।
हुरदा मंडल में भी हुआ आयोजन
उधर, बानो प्रखण्ड के हुरदा मंडल में भी पंडित उपाध्याय की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित हुआ। मंडल अध्यक्ष ओमिन सिंह ने उनके विचारों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय हम सभी के सच्चे पथ प्रदर्शक थे।
ओमिन सिंह ने कहा: “वे भारतीय जनसंघ के संस्थापक और एकात्म मानववाद व अंत्योदय के प्रणेता थे। उन्होंने मानव दर्शन के माध्यम से व्यक्ति और समाज की आर्थिक प्रगति के साथ नैतिक उत्थान पर बल दिया।”
भाजपा कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी
जयंती कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। सभी ने संकल्प लिया कि उपाध्याय जी के सिद्धांतों और विचारों को समाज में प्रसारित किया जाएगा और उनके दिखाए मार्ग पर चलकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दिया जाएगा।

न्यूज़ देखो: विचारधारा से जुड़े समारोह का महत्व
बानो में हुए इन आयोजनों ने यह स्पष्ट कर दिया कि आज भी पंडित दीनदयाल उपाध्याय की विचारधारा राजनीतिक और सामाजिक जीवन में प्रासंगिक है। महिला मोर्चा और मंडल स्तर पर हुआ यह आयोजन स्थानीय स्तर पर संगठन की सक्रियता और जनभागीदारी का उदाहरण है।
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समाजहित में विचारों को अपनाना
पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद और अंत्योदय के सिद्धांत समाज को दिशा देने वाले हैं। जरूरत है कि हम सभी उनकी विचारधारा को व्यवहार में लाएं और समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए कदम उठाएं। अब समय है कि उनके बताए मार्ग पर चलकर एक न्यायपूर्ण और जागरूक समाज का निर्माण करें। अपनी राय कॉमेंट करें और खबर को दोस्तों तक पहुंचाकर प्रेरणा साझा करें।