
#गढ़वा #मझिआंव #अंतर्जातीय_विवाह — ग्रामीणों की पंचायत ने प्रेमी युगल की कराई मंदिर में शादी
- मझिआंव थाना क्षेत्र के चंदना गांव में प्रेमी जोड़े की ग्रामीणों ने कराई शादी
- कई वर्षों से चल रहा था काजल और विमलेश का प्रेम संबंध
- गांव में अशांति की आशंका के बीच पंचायत ने लिया शादी का निर्णय
- राधाकृष्ण मंदिर में वैदिक रीति-रिवाज से हुई विवाह संपन्न
- लड़का पक्ष पहले कर रहा था विरोध, लेकिन पंचायत ने पारित किया निर्णय
प्रेम प्रसंग से गांव में तनाव, पंचायत ने प्रेम विवाह से सुलझाया मामला
गढ़वा: मझिआंव थाना क्षेत्र के चंदना गांव में एक अंतर्जातीय प्रेम कहानी का समाप्ति विवाह में बदलकर हुआ, जब गांव की पंचायत और ग्रामीणों की पहल पर प्रेमी युगल की शादी कराई गई। यह प्रेम प्रसंग चंदना गांव निवासी काजल कुमारी (23 वर्ष) और मेराल थाना क्षेत्र के सोहबरिया गांव निवासी विमलेश चौधरी (23 वर्ष) के बीच वर्षों से चल रहा था।
पंचायत का हस्तक्षेप बना निर्णायक
ग्रामीणों ने बताया कि लगातार प्रेम प्रसंग के कारण गांव का माहौल बिगड़ने लगा था। ऐसे में ग्रामीणों ने दोनों को पकड़कर रातभर अपने पास रखा और अगली सुबह पंचायत बुलाकर दोनों परिवारों की सहमति के बिना भी विवाह का निर्णय लिया गया।
मंदिर में विधिवत वैवाहिक रस्में
फिर दोनों परिवारों से कुछ सदस्य, जिनमें लड़के की मां और बहनोई शामिल थे, मौके पर पहुंचे। इसके बाद राधाकृष्ण मंदिर, मझिआंव में वर-वधू पक्ष ने आधार कार्ड जमा कर पंजीकरण कराया और पुजारी गुड्डू पंडित द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शादी सम्पन्न कराई गई।
प्रेम विवाह बना क्षेत्र में चर्चा का विषय
इस प्रेम विवाह को लेकर गांव और आसपास के इलाके में लोगों में चर्चा का माहौल बना हुआ है। खासकर इसलिए क्योंकि शुरुआत में लड़का पक्ष शादी के लिए तैयार नहीं था, लेकिन पंचायत के निर्णय के आगे उन्हें झुकना पड़ा।
न्यूज़ देखो : प्रेम, परंपरा और पंचायत का मेल
‘न्यूज़ देखो‘ आप तक पहुंचाता है गांव-देहात की ज़मीनी कहानियां, जो समाज में बदलाव के प्रतीक हैं। चंदना गांव में पंचायत द्वारा प्रेम विवाह को मान्यता देना सामाजिक सोच में परिवर्तन का संकेत है। अगर इसी तरह प्रेम और सहमति के साथ सामाजिक समाधान निकलें, तो कई विवाद शांतिपूर्वक सुलझ सकते हैं।