
#गढ़वा #कॉफी_विद_एसडीएम – स्वच्छता कर्मियों की समस्याओं और सुझावों को समझने के लिए एसडीएम का संवाद कार्यक्रम
- सदर एसडीएम संजय कुमार ने गढ़वा के 75 स्वच्छता कर्मियों को कॉफी पर आमंत्रित किया
- स्वच्छता कर्मियों ने राशन कार्ड, आवास योजना और मजदूरी भुगतान जैसी समस्याएं साझा कीं
- एसडीएम ने सभी की समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए और सुझाव भी लिए
- स्वच्छता कर्मियों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया
- एसडीएम ने ‘स्वच्छ गढ़वा, सुंदर गढ़वा‘ की नींव में स्वच्छता कर्मियों की अहम भूमिका पर जोर दिया
- सफाई कर्मियों के लिए शिक्षा, आवास और वेतन वृद्धि जैसे मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई
संवाद कार्यक्रम में स्वच्छता कर्मियों की भागीदारी और उनकी समस्याएं
सदर एसडीएम संजय कुमार ने अपने नियमित साप्ताहिक संवाद “कॉफी विद एसडीएम” में गढ़वा जिले के स्वच्छता कर्मियों को सम्मानित अतिथि के रूप में आमंत्रित किया। 75 स्वच्छता कर्मी, जो गढ़वा एवं मझिआंव क्षेत्र से आए थे, ने इस अनौपचारिक बैठक में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने राशन कार्ड, आवास योजना, आयुष्मान कार्ड, पेंशन, वेतन भुगतान जैसी समस्याओं को खुलकर रखा।
स्वच्छता कर्मियों ने बताया कि कई बार उन्हें मजदूरी समय से नहीं मिलती, जिससे उनका आर्थिक संतुलन बिगड़ जाता है। वेतन वृद्धि और स्थाईकरण को लेकर भी उन्होंने एसडीएम से सहयोग की अपेक्षा जताई। इसके अलावा, अधिकांश कर्मियों ने अपने परिवार के लिए उचित आवास की आवश्यकता बताई, क्योंकि वे स्लम बस्तियों में झोपड़ियों जैसे अस्थायी घरों में रहते हैं और प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं ले पा रहे हैं।
शिक्षा और आवास की चुनौतियों पर एसडीएम का मार्गदर्शन
महिला कर्मियों ने बच्चों की पढ़ाई के लिए आर्थिक तंगी का जिक्र किया, तो एसडीएम संजय कुमार ने सरकारी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा, छात्रवृत्ति, पुस्तकें, ड्रेस, और मध्यान्ह भोजन जैसी सरकारी सुविधाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यदि बच्चों को पढ़ाई में कोई दिक्कत हो तो वे कस्तूरबा एवं आवासीय विद्यालयों में दाखिले में मदद करेंगे।
आवास के मुद्दे पर एसडीएम ने कहा कि स्लम विकास परियोजना के तहत आवास उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन प्रयासरत है और स्वच्छता कर्मियों की जरूरतों को प्राथमिकता दी जाएगी।
स्वच्छता कर्मियों के योगदान को मान्यता और सम्मान
एसडीएम संजय कुमार ने कहा कि स्वच्छता कर्मी किसी भी शहर की नींव की तरह हैं, जो गुमनामी में भी अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं। उन्होंने सभी स्वच्छता कर्मियों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया और उनके योगदान की सराहना की।
स्वच्छता निरीक्षक रामानुज प्रसाद ने इस पहल को जिले के सफाई कर्मियों के लिए गर्व का पल बताया, जहां उच्च पदाधिकारी ने न केवल उन्हें सम्मानित किया बल्कि उनकी समस्याओं को समझते हुए संवाद किया।
प्रशासन और नागरिकों के बीच सहयोग की अपील
स्वच्छता कर्मियों ने बताया कि उनके कार्यक्षेत्र के नागरिकों से अपेक्षित सहयोग नहीं मिलता। वे कूड़ा फेंकने वालों को बार-बार समझाने के बावजूद शहर की साफ-सफाई बनाए रखना चुनौतीपूर्ण है। इस पर एसडीएम ने नागरिकों से अपील की कि वे सफाई कर्मियों का नैतिक सहयोग करें और कूड़ा सही स्थान पर डालें।
साथ ही, एसडीएम ने स्वच्छता कर्मियों से कहा कि वे शहर में होने वाली संदिग्ध गतिविधियों की गोपनीय सूचना प्रशासन को दें, ताकि अराजक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जा सके।
प्रशासन की योजनाएं और भविष्य की कार्ययोजनाएं
एसडीएम ने स्वच्छता कर्मियों की समस्याओं के निवारण के लिए संबंधित अधिकारियों को आदेश देने का आश्वासन दिया। उन्होंने वेतन भुगतान की नियमितता, स्थाईकरण के प्रयास और आवास योजना के क्रियान्वयन को प्राथमिकता बनाने का संकल्प व्यक्त किया।



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