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दुमका में डीटीओ के नेतृत्व में शिकारीपाड़ा में बालू लदे 19 हाईवा पकड़े गए, पक्षपात पर उठे सवाल

#दुमका #परिवहनकार्रवाई : शिकारीपाड़ा में बालू लदे हाईवा पकड़े गए, प्रशासनिक सख्ती और पक्षपात पर उठे सवाल

दुमका जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में गुरुवार देर शाम जिला परिवहन पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार की अगुवाई में एक बड़ी कार्रवाई की गई। इस छापेमारी में टीम ने बालू लदे 19 हाईवा को रोककर जाँच की। कार्रवाई में सीओ कपिलदेव ठाकुर और शिकारीपाड़ा पुलिस की टीम सक्रिय रूप से शामिल रही।

हाईवा की जाँच और संख्या

जांच के दौरान पाया गया कि पकड़े गए सभी हाईवा पश्चिम बंगाल नंबर प्लेट के थे। यह कार्रवाई नौ पहाड़ इलाके में अचानक की गई थी, जिससे अवैध बालू परिवहन पर रोक लगाने में मदद मिली।

विवादास्पद निर्णय

हालांकि, अधिकारियों ने महालक्ष्मी इंटरप्राइजेज के हाईवा को रोकने से परहेज किया। यह कंपनी खनिज परिवहन के क्षेत्र में सक्रिय बताई जाती है। इस निर्णय ने यह सवाल खड़ा कर दिया कि क्या कार्रवाई निष्पक्ष थी, या कुछ हाईवा जांच से बाहर रखे गए।

जिला परिवहन पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार ने कहा: “हमारे टीम ने जाँच में कार्रवाई की, लेकिन कानूनी ढांचे और नियमों के अनुसार कुछ वाहन पर विशेष ध्यान दिया गया।”

प्रशासनिक सख्ती बनाम संभावित पक्षपात

इस कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठन के प्रतिनिधियों में चर्चा शुरू हो गई। कई लोगों ने पूछा कि क्या प्रशासन बालू परिवहन पर समान रूप से सख्ती दिखा रहा है, या कुछ कंपनियों को संरक्षण दिया जा रहा है।

सवाल उठ रहे हैं कि क्या अधिकारी सभी हाईवा की समान जाँच सुनिश्चित कर पाए, या चयनात्मक कार्रवाई ने पक्षपात के आरोपों को जन्म दिया।

न्यूज़ देखो: बालू अवैध परिवहन पर कार्रवाई जरूरी, निष्पक्षता का होना अनिवार्य

शिकारीपाड़ा में इस कार्रवाई ने अवैध बालू परिवहन पर प्रशासन की सख्ती को दिखाया, लेकिन विशेष वाहन पर परहेज ने निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए। स्थानीय प्रशासन और परिवहन विभाग को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी वाहन समान रूप से जांच के दायरे में आएं और कोई भी पक्षपात न हो।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

अवैध बालू परिवहन रोकें, नियमों का पालन करें

सभी नागरिकों और परिवहन कंपनियों को यह समझना होगा कि नियमों का पालन ही सुरक्षा और विकास की गारंटी है। अवैध परिवहन न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि नियमों की अनदेखी से सख्त कार्रवाई भी संभव है। अपनी राय कमेंट करें, खबर शेयर करें और नियम पालन के संदेश को फैलाएं।

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