
#रांची #सड़कहादसा — नामकुम थाना प्रभारी मनोज कुमार और बॉडीगार्ड गंभीर रूप से घायल, बालू लदा टर्बो तेज रफ्तार में गाड़ी से टकराया
- नामकुम थाना प्रभारी मनोज कुमार और बॉडीगार्ड अमित कुमार सड़क हादसे में घायल
- पलाण्डू मिशनरी स्कूल के पास हुआ हादसा, टर्बो और बोलेरो दोनों गाड़ियां पलटीं
- एयरबैग खुलने से चालक विजय सुरक्षित, घायलों को पहले कलावती फिर ऑर्किड अस्पताल ले जाया गया
- टर्बो में लदे बालू की वैधता को लेकर अब पुलिस करेगी जांच
- डीएसपी अमर कुमार पांडेय और वरीय अधिकारी मौके पर पहुंचे, स्थिति का जायजा लिया
थाना भ्रमण के दौरान हुआ दर्दनाक हादसा
रांची के नामकुम थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मनोज कुमार शनिवार शाम क्षेत्र भ्रमण पर निकले थे, उनके साथ बोलेरो गाड़ी में बॉडीगार्ड अमित कुमार और चालक विजय भी मौजूद थे। इसी दौरान पलाण्डू मिशनरी स्कूल के पास एक बालू लदा टर्बो ट्रक अनियंत्रित होकर बोलेरो से टकरा गया। जोरदार टक्कर से दोनों वाहन पलट गए।
सिर और चेहरे पर गंभीर चोटें
हादसे के बाद घटनास्थल पर पहुंचे स्थानीय लोगों और पुलिस टीम ने घायलों को निकालकर सिदरौल के कलावती अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में दोनों को बेहतर इलाज के लिए ऑर्किड अस्पताल शिफ्ट किया गया। डॉक्टरों के अनुसार थाना प्रभारी मनोज कुमार के सिर और चेहरे पर कई टांके आए, जबकि बॉडीगार्ड अमित कुमार को नाक और सिर में चोट लगी है।
एयरबैग ने बचाई चालक की जान
गाड़ी चला रहे चालक विजय की जान एयरबैग खुलने के कारण बच गई। उन्होंने बताया कि बारिश के कारण गाड़ी की स्पीड कम थी, लेकिन अचानक विपरीत दिशा से आ रहे टर्बो ट्रक ने टक्कर मार दी, जिससे बोलेरो गाड़ी पलट गई।
मौके पर पहुंचे वरीय अधिकारी
हादसे की जानकारी मिलते ही डीएसपी मुख्यालय प्रथम अमर कुमार पांडेय और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। डीएसपी ने डॉक्टरों से थाना प्रभारी की स्थिति की जानकारी ली और वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर बेहतर इलाज की व्यवस्था की। साथ ही खरसीदाग ओपी प्रभारी भवेश कुमार, नामकुम थाना के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी अस्पताल पहुंचे।
एनजीटी के आदेश के बावजूद बालू ढुलाई?
हादसे के बाद यह सवाल उठ रहा है कि टर्बो में लदा बालू वैध था या नहीं। एनजीटी के आदेशों के बावजूद रांची में अवैध बालू परिवहन का सिलसिला जारी है। अब पुलिस यह जांच करेगी कि संबंधित टर्बो का कोई वैध चालान था या नहीं।

न्यूज़ देखो: सिस्टम और सड़क दोनों पर सवाल
थाना प्रभारी और बॉडीगार्ड के घायल होने की यह घटना झारखंड में सड़कों पर चल रहे बालू माफियाओं की लापरवाही और ट्रैफिक व्यवस्था की खामियों को उजागर करती है। एक ओर जहां एनजीटी का आदेश हवा में उड़ाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक सुरक्षा में भी सेंध लग रही है। न्यूज़ देखो सवाल करता है – आखिर कब तक हमारी सड़कों पर मौतें यूं ही बिछती रहेंगी? प्रशासन को सख्त निगरानी और कड़ी कार्रवाई करनी होगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जिम्मेदार नागरिक बनें, सतर्क रहें
हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करे, और किसी भी अवैध गतिविधि की जानकारी प्रशासन को दे। आइए, एक सुरक्षित, जवाबदेह और जागरूक समाज बनाने में हम सब साथ आएं।
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