
#सिमडेगा #आदिकर्मयोगीअभियान : उपायुक्त कंचन सिंह ने गरजा पंचायत में आदि सेवा केंद्र का उद्घाटन कर जनजातीय समुदायों को मुख्यधारा से जोड़ने की पहल की
- गरजा पंचायत भवन में उपायुक्त कंचन सिंह ने फीता काट व दीप प्रज्ज्वलित कर केंद्र का शुभारंभ किया।
- परियोजना निदेशक आईटीडीए सरोज तिर्की ने अभियान की विस्तृत जानकारी दी।
- मुखिया बंसती डुंगडुंग ने कहा यह गर्व की बात है कि हमारी पंचायत से शुरुआत हुई।
- उपायुक्त ने बताया कि अब योजनाओं में सीधे ग्रामवासियों के सुझाव शामिल होंगे।
- अभियान के तहत विलेज डेवलपमेंट प्लान ग्रामसभा में तैयार होगा, प्रक्रिया कल से शुरू।
सिमडेगा जिले के गरजा पंचायत भवन में आज एक ऐतिहासिक पहल की शुरुआत हुई। उपायुक्त श्रीमती कंचन सिंह ने आदि कर्मयोगी अभियान (रेस्पॉन्सिव गवर्नेंस प्रोग्राम) के तहत आदि सेवा केंद्र का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पंचायत भवन में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक तरीके से हुई, जहां जेएसएलपीएस की दीदियों ने उपायुक्त सहित अन्य अतिथियों का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
अभियान का उद्देश्य और महत्व
इस अवसर पर परियोजना निदेशक आईटीडीए श्रीमती सरोज तिर्की ने बताया कि अभियान का उद्देश्य जनजातीय समुदायों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि इस बार योजनाएं केवल ऊपर से तय नहीं होंगी, बल्कि ग्रामीणों की वास्तविक जरूरतों और प्राथमिकताओं के आधार पर बनाई जाएंगी।
ग्रामवासियों का गर्व और उम्मीदें
मुखिया श्रीमती बंसती डुंगडुंग ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह गर्व की बात है कि हमारी ग्राम पंचायत से इस अभियान की शुरुआत हुई। उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदाय अपनी विशिष्ट सांस्कृतिक विरासत के साथ देश की विविधता को समृद्ध करता है और सरकार भी उनके सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए निरंतर प्रयासरत है।
मुखिया बंसती डुंगडुंग ने कहा: “हमारी पंचायत से इस पहल की शुरुआत होना हमारे लिए सम्मान की बात है, इससे हमारे गांवों के विकास की नई राह खुलेगी।”
उपायुक्त का संबोधन और दिशा-निर्देश
कार्यक्रम में उपायुक्त श्रीमती कंचन सिंह ने कहा कि अब तक योजनाएं केंद्र या राज्य स्तर पर तय होती थीं, लेकिन उनकी असली आवश्यकता कौन बेहतर समझ सकता है, यह केवल स्थानीय ग्रामीण ही बता सकते हैं। इसी सोच के तहत अब ग्रामीणों से सीधे सुझाव लिए जाएंगे ताकि योजनाएं वास्तविक जरूरतों पर आधारित हों।
उन्होंने कहा कि इस बार विलेज डेवलपमेंट प्लान ग्रामसभा में ही तैयार होगा। ग्रामीणों को अपनी प्राथमिकताओं को साझा करने का अवसर मिलेगा, और पंचायत प्रतिनिधि, बीडीओ, पंचायत सचिव व अन्य अधिकारी इस प्रक्रिया में सक्रिय रहेंगे।
उपायुक्त कंचन सिंह ने कहा: “ग्रामीण इस मौके को अंतिम अवसर की तरह लें और अपनी सभी जरूरतों को साफ-साफ रखें, ताकि गांव के समग्र विकास की दिशा तय हो सके।”
कल से शुरू होगी नई प्रक्रिया
उपायुक्त ने बताया कि कल से इस अभियान के तहत विलेज डेवलपमेंट प्लान तैयार करने की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके लिए संबंधित कर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया गया है ताकि अभियान को सही तरीके से राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तर पर लागू किया जा सके।
ग्रामीणों की बड़ी भागीदारी
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री समीर रेनियर खालखो, पंचायत प्रतिनिधि, जेएसएलपीएस की दीदियां और अन्य अधिकारी भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। ग्रामीणों ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि यह अभियान गांव के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा।



न्यूज़ देखो: सिमडेगा से शुरू हुआ विकास का नया अध्याय
आदि कर्मयोगी अभियान यह साबित करता है कि जब सरकार और समाज मिलकर काम करें, तो विकास की दिशा स्थानीय जरूरतों पर केंद्रित होती है। यह पहल जनजातीय समुदायों को सशक्त बनाने और उन्हें निर्णय प्रक्रिया में शामिल करने की ओर एक बड़ा कदम है।
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गांव की आवाज अब होगी योजनाओं का आधार
अब समय है कि ग्रामीण समाज अपनी समस्याओं और जरूरतों को खुलकर सामने रखे, ताकि योजनाएं सही दिशा में आगे बढ़ें। अपनी राय कमेंट करें, खबर को साझा करें और इस पहल को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं ताकि विकास की गूंज हर घर तक पहुंचे।