#डुमरी #शांति_समिति : प्रशासनिक अधिकारियों और ग्रामीणों की मौजूदगी में आपसी भाईचारे और सुरक्षा व्यवस्था पर हुई विस्तृत चर्चा
- डुमरी थाना परिसर में शाम 4 बजे शांति समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई।
- बैठक की अध्यक्षता बीडीओ उमेश कुमार स्वासी ने की और सुरक्षा उपायों की रूपरेखा साझा की।
- बैठक में डुमरी प्रमुख, SI मनोज कुमार, SI रविंद्र भारती, अख्तर अली, कृपा बैगा सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
- प्रशासन ने कहा कि करमा पर्व और ईद मिलाद-उल-नबी पर शांति और सौहार्द बनाए रखना आवश्यक है।
- गश्ती दल और विशेष चौकसी की व्यवस्था की जाएगी, अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखी जाएगी।
- ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया कि पर्व सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाए जाएंगे।
डुमरी प्रखंड मुख्यालय स्थित थाना परिसर में सोमवार को आगामी करमा पर्व और ईद मिलाद-उल-नबी को लेकर शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों ने सुरक्षा और सामाजिक सौहार्द की दिशा में आवश्यक तैयारियों की समीक्षा की। इस मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और जनप्रतिनिधि शामिल हुए और सभी ने मिलकर त्योहारों को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने का संकल्प लिया।
प्रशासन ने की सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा
बैठक की अध्यक्षता कर रहे बीडीओ उमेश कुमार स्वासी ने कहा कि पर्वों के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी से बचने के लिए पुलिस और प्रशासनिक तंत्र सक्रिय रहेगा। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि किसी भी विवाद या अफवाह की स्थिति में तुरंत सूचना दें ताकि स्थिति पर नियंत्रण पाया जा सके।
बीडीओ उमेश कुमार स्वासी ने कहा: “शांति और सद्भाव बनाए रखना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। प्रशासन हर स्तर पर तत्पर है।”
पुलिस की कड़ी चौकसी और गश्ती दल सक्रिय
एसआई मनोज कुमार ने स्पष्ट किया कि पर्वों के दौरान पूरे प्रखंड क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा। गश्ती दल लगातार निगरानी करेंगे और विशेषकर भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर चौकसी बढ़ाई जाएगी।
एसआई मनोज कुमार ने कहा: “किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पूरी पुलिस टीम मुस्तैद रहेगी। लोगों से भी अपील है कि अफवाहों पर ध्यान न दें।”
गणमान्य लोगों ने दिलाया सहयोग का भरोसा
बैठक में डुमरी प्रमुख, SI रविंद्र भारती, अख्तर अली, कृपा बैगा (मुख्य पुजारी टंगीनाथ धाम), जवाहर कवर, संजय कुमार, ज्योति बहर, अनिल ताम्रकार, प्रेम भगत, उमेश कुमार समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। सभी ने प्रशासन को भरोसा दिलाया कि दोनों पर्व शांतिपूर्ण माहौल में मनाए जाएंगे।
कृपा बैगा ने कहा: “करमा पर्व हमारी संस्कृति और आस्था का प्रतीक है, हम इसे शांति और एकता के साथ मनाएंगे।”
अख्तर अली ने कहा: “ईद मिलाद-उल-नबी इस्लाम धर्म का पवित्र त्योहार है, हमें मिलजुल कर भाईचारे का संदेश देना चाहिए।”
लोगों की जिम्मेदारी और प्रशासन की अपील
बैठक में यह भी तय किया गया कि सभी पंचायत स्तर पर आपसी सहयोग बनाए रखने के लिए स्वयंसेवकों को सक्रिय किया जाएगा। ग्रामीणों से यह भी अपील की गई कि किसी भी अफवाह को फैलने न दें और विवाद की स्थिति में सीधे प्रशासन को सूचना दें।
न्यूज़ देखो: त्योहारों पर भाईचारे की मिसाल
यह बैठक इस बात का प्रमाण है कि प्रशासन और जनता मिलकर अगर जिम्मेदारी निभाएं तो हर पर्व शांति और सौहार्द के साथ मनाया जा सकता है। करमा पर्व और ईद मिलाद-उल-नबी जैसे अवसर एकता और सद्भाव के प्रतीक बन सकते हैं।
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एकता ही सबसे बड़ी ताकत
त्योहार केवल आनंद का अवसर नहीं बल्कि समाज को जोड़ने का माध्यम भी हैं। करमा और ईद मिलाद-उल-नबी के अवसर पर मिलजुल कर भाईचारे की मिसाल कायम करें। अपनी राय कमेंट में साझा करें, इस खबर को दोस्तों तक पहुंचाएं और डुमरी की सकारात्मक पहल का हिस्सा बनें।