
#देवघर #प्रशासनिक_बैठक : समाहरणालय सभाकक्ष में डीसी नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में जिला स्थापना एवं अनुकम्पा समिति की समीक्षा बैठक आयोजित हुई, जिसमें लंबित आवेदनों के त्वरित निष्पादन पर जोर दिया गया।
- डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए।
- अनुकम्पा समिति की बैठक 12 सितंबर को समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित हुई।
- तृतीय वर्गीय 11, चौकीदार 9, और चतुर्थ वर्गीय 1 आवेदन की समीक्षा की गई।
- अधिकारियों को त्रुटियों का त्वरित निराकरण सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया।
- अन्य राज्यों से प्राप्त प्रमाणपत्रों की सत्यता संबंधित जिलाधिकारियों से कराने पर बल।
देवघर में आयोजित इस अहम बैठक में जिला स्थापना समिति और अनुकम्पा समिति से जुड़े मामलों की समीक्षा की गई। डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने अधिकारियों को साफ निर्देश दिया कि चौकीदार और चतुर्थ वर्गीय आवेदनों को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने लंबित मामलों को शीघ्र निष्पादित करने और प्रक्रिया को पारदर्शी बनाए रखने पर जोर दिया। बैठक में सभी संबंधित विभागों और प्रखंडों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
बैठक का उद्देश्य और महत्व
इस समीक्षा बैठक का मुख्य उद्देश्य था लंबित अनुकम्पा आवेदनों का त्वरित और पारदर्शी निपटारा। डीसी ने कहा कि चतुर्थ और तृतीय वर्गीय कर्मियों के मामले संवेदनशील होते हैं और इन पर देरी करना उचित नहीं है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सभी विभाग अपने स्तर पर लंबित फाइलों की जांच और निराकरण जल्द से जल्द सुनिश्चित करें।
आवेदनों की विस्तृत समीक्षा
बैठक में कुल 11 तृतीय वर्गीय, 9 चौकीदार और 1 चतुर्थ वर्गीय आवेदनों पर चर्चा हुई। डीसी ने स्पष्ट कहा कि सभी आवेदन को प्राथमिकता के आधार पर निष्पादित किया जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि आवेदनों पर यदि कोई त्रुटि या आपत्ति है तो उसका तुरंत समाधान किया जाए ताकि आगे की प्रक्रिया बाधित न हो।
सत्यापन प्रक्रिया पर जोर
डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने अधिकारियों से कहा कि अन्य राज्यों से प्राप्त आवेदनों में प्रमाणपत्रों की सत्यता पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके लिए संबंधित जिलाधिकारियों से प्रमाणित जानकारी प्राप्त करना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि यह कदम भविष्य में किसी प्रकार के विवाद या समस्या से बचाव के लिए बेहद जरूरी है।
अधिकारियों की भागीदारी
इस बैठक में अपर समाहर्ता देवघर, जिला स्थापना उपसमाहर्ता, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित सभी संबंधित अधिकारी और कर्मी मौजूद रहे। सभी ने मिलकर तय किया कि अनुकम्पा प्रक्रिया से जुड़े आवेदनों का निपटारा जल्द से जल्द किया जाएगा।
डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा: “अनुकम्पा आवेदनों का समय पर निष्पादन हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। इसमें किसी भी प्रकार की देरी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
निष्पक्षता और पारदर्शिता पर बल
बैठक के दौरान यह भी तय किया गया कि अनुकम्पा प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की पक्षपात या भेदभाव की गुंजाइश नहीं होगी। सभी आवेदनों का निपटारा निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से किया जाएगा ताकि प्रभावित परिवारों को समय पर राहत मिल सके।
न्यूज़ देखो: अनुकम्पा मामलों में प्रशासन की संवेदनशीलता
देवघर प्रशासन ने एक बार फिर यह साबित किया है कि अनुकम्पा जैसे संवेदनशील मामलों में देरी या अनदेखी बर्दाश्त नहीं होगी। चौकीदार और चतुर्थ वर्गीय कर्मियों के आवेदनों को प्राथमिकता देना प्रशासन की सामाजिक जिम्मेदारी को दर्शाता है। इससे न केवल प्रभावित परिवारों को राहत मिलेगी बल्कि जनता का विश्वास भी मजबूत होगा।
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त्वरित निष्पादन से ही बनेगा विश्वास
समाज और प्रशासन के बीच विश्वास तभी कायम होगा जब सभी निर्णय निष्पक्ष और समय पर हों। अब समय है कि हम नागरिक भी सजग रहें और सुनिश्चित करें कि हर जरूरतमंद को समय पर न्याय मिले। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और प्रशासनिक पारदर्शिता को प्रोत्साहित करें।