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साल 2025 की विदाई में छोटानागपुर की रानी नेतरहाट फिर बिखेर रही सर्दियों का जादू

#नेतरहाट #पर्यटन : सर्द हवाओं और प्रकृति की सुंदरता के बीच नेतरहाट बना सैलानियों की पहली पसंद

झारखंड का खूबसूरत हिल स्टेशन नेतरहाट, जिसे लोग प्यार से छोटानागपुर की रानी कहते हैं, एक बार फिर सर्दियों में अपने पूरे सौंदर्य के साथ चमक रहा है। दिसंबर की ठंडी हवाओं और हरियाली के बीच यह पर्यटन स्थल देश–विदेश के सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। साल 2025 की विदाई और 2026 के स्वागत का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंच रहे हैं। होटल और रिसॉर्ट्स पहले से बुक हो चुके हैं, जिससे यह साफ है कि इस बार का सीजन नेतरहाट के पर्यटन इतिहास में सबसे यादगार बनने जा रहा है।

सूर्योदय और सूर्यास्त का मनमोहक दृश्य

नेतरहाट की असली पहचान उसके सूर्योदय और सूर्यास्त के अद्भुत नज़ारे हैं। हर सुबह मग्नेश्वर बिंदु पर सूरज के उगने का दृश्य सैकड़ों सैलानियों को आकर्षित करता है। वहीं शाम के समय सूर्यास्त बिंदु से ढलते सूरज की सुनहरी किरणें पूरी घाटी को स्वर्णिम बना देती हैं। कई विदेशी पर्यटक भी यहां आकर इस अद्भुत दृश्य को कैमरे में कैद करते हैं। यह स्थान उन लोगों के लिए खास है जो प्रकृति की गोद में शांति की तलाश करते हैं।

बदलता मौसम, बदलते रंग

नेतरहाट का मौसम खुद एक अनुभव है। कभी हल्की धूप, तो कभी बादलों की परत और फुहारें — यह सब मिलकर वातावरण को जादुई बना देती हैं। सर्दियों के दौरान यहां की वादियां घने कोहरे और धुंध की चादर में लिपट जाती हैं, जिससे हर दृश्य किसी पेंटिंग जैसा नजर आता है। पहाड़ियों से उठती धुंध और हरियाली का संगम यहां आने वाले हर पर्यटक को मंत्रमुग्ध कर देता है।

होटल और रिसॉर्ट्स में रिकॉर्ड बुकिंग

स्थानीय होटल एसोसिएशन के अनुसार, इस बार नेतरहाट में पर्यटकों की आवक पिछले वर्षों की तुलना में कहीं अधिक है। सभी प्रमुख होटल, टेंट हाउस, और सरकारी विश्रामगृह पहले ही बुक हो चुके हैं। क्रिसमस और न्यू ईयर वीकेंड के लिए अग्रिम बुकिंग तेज़ी से जारी है। होटल संचालक बताते हैं कि इस बार सैलानियों में झारखंड टूरिज्म के प्रति रुचि और विश्वास दोनों बढ़े हैं।

रांची और डाल्टनगंज से आसान यात्रा

नेतरहाट की खूबसूरती तक पहुंचना अब पहले से भी आसान हो गया है। यह स्थान रांची से 200 किलोमीटर और डाल्टनगंज से लगभग 140 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। सड़क मार्ग से पहुंचने में करीब पांच घंटे का समय लगता है, लेकिन रास्ते में आने वाले जंगल, घाटियां और घुमावदार मोड़ इस यात्रा को यादगार बना देते हैं। इस मार्ग पर बढ़ती पर्यटन गतिविधियों से स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नया प्रोत्साहन मिल रहा है।

छोटा कश्मीर की ओर लौटते सैलानी

समुद्र तल से 3761 फीट की ऊंचाई पर बसे नेतरहाट को सैलानी “छोटा कश्मीर” भी कहते हैं। यहां की स्वच्छ हवा, हरियाली और सुकून भरा माहौल लोगों को अपनी ओर खींच लाता है। इस बार खासकर परिवार, कपल्स और प्रकृति प्रेमियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। यह स्थान उन लोगों के लिए आदर्श है जो सर्द हवाओं के बीच पहाड़ों की शांति और सुंदरता का अनुभव करना चाहते हैं।

न्यूज़ देखो: झारखंड पर्यटन की धड़कन फिर तेज

नेतरहाट का यह उत्सवपूर्ण मौसम झारखंड पर्यटन की बढ़ती लोकप्रियता का संकेत है। राज्य की प्राकृतिक धरोहरें अगर इसी तरह संरक्षित और विकसित की जाती रहीं, तो यह क्षेत्र राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख पर्यटन केंद्र बन सकता है। प्रशासन को चाहिए कि सड़क, सुरक्षा और ठहरने की सुविधाओं को और बेहतर बनाया जाए ताकि आने वाले वर्षों में पर्यटक संख्या और बढ़ सके।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

प्रकृति के संग नए साल का स्वागत करें

नेतरहाट सिर्फ एक जगह नहीं, यह अनुभव है — सुकून, सादगी और सुंदरता का संगम। अगर आप भी नए साल का स्वागत किसी शांत और प्राकृतिक स्थल पर करना चाहते हैं, तो नेतरहाट जरूर जाएं। झारखंड की इस रानी की वादियां आपको यादों से भर देंगी।
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