#रांची #सामाजिक_आस्था : सरना समिति परिसर में आयोजित लोकार्पण समारोह में आशा लकड़ा सहित समाज के प्रबुद्धजनों की उपस्थिति रही
- धुर्वा सरना स्थल पर सांसद निधि से निर्मित शेड का लोकार्पण।
- समारोह में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग सदस्य आशा लकड़ा शामिल हुईं।
- शेड से धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों को मिलेगा नया आयाम।
- ग्रामीणों और समाज के प्रतिनिधियों ने पहल का खुले दिल से स्वागत किया।
- आस्था और संस्कृति को संरक्षित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम।
रांची के धुर्वा स्थित छोटानागपुर सरना समिति परिसर में बुधवार को सांसद निधि से निर्मित शेड का लोकार्पण गरिमामय वातावरण में सम्पन्न हुआ। जनजातीय समाज की आस्था से जुड़े इस स्थल पर आयोजित समारोह में ग्रामीणों, समाजसेवियों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
सरना स्थल का महत्व और नई सुविधा
वक्ताओं ने कहा कि सरना स्थल जनजातीय समाज की आत्मा और आस्था का केंद्र है। यहां बने शेड से अब धार्मिक अनुष्ठानों और सामुदायिक कार्यक्रमों को नया संबल मिलेगा। धूप और वर्षा के दौरान भी लोग सुविधा पूर्वक पूजा-अर्चना और आयोजन कर पाएंगे।
आशा लकड़ा की उपस्थिति और संदेश
लोकार्पण समारोह में विशेष रूप से उपस्थित राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य आशा लकड़ा ने कहा कि समाज की परंपराओं और धार्मिक स्थलों का संरक्षण बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्य न केवल सांस्कृतिक विरासत को बचाते हैं बल्कि आने वाली पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का अवसर भी प्रदान करते हैं।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया और उम्मीदें
स्थानीय ग्रामीणों और समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि शेड के निर्माण से अब सामुदायिक बैठकें, धार्मिक अनुष्ठान और सांस्कृतिक गतिविधियां और बेहतर तरीके से आयोजित होंगी। उन्होंने इस पहल के लिए सांसद निधि और सभी सहयोगियों का आभार जताया।

न्यूज़ देखो: आस्था और विकास का सुंदर संगम
धुर्वा सरना स्थल पर सांसद निधि से बने शेड ने यह साबित किया है कि जब परंपरा और विकास साथ चलते हैं तो समाज को मजबूती मिलती है। यह कदम न केवल धार्मिक गतिविधियों को संबल देगा बल्कि सामुदायिक एकजुटता को भी गहराई प्रदान करेगा।
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