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महुआडांड़ में आरपीएस सेवा संस्थान चैरिटेबल अनाथ आश्रम का उद्घाटन

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#महुआडांड़ #सामाजिक_सेवा : रामपुर गांव में आरपीएस सेवा संस्थान द्वारा अनाथ बच्चों के लिए चैरिटेबल आश्रम का शुभारंभ, सांसद प्रतिनिधि और स्थानीय नेताओं ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया उद्घाटन
  • महुआडांड़ प्रखंड के ग्राम रामपुर में आरपीएस सेवा संस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट ने अनाथ आश्रम का उद्घाटन किया।
  • मुख्य अतिथि सांसद प्रतिनिधि भुवनेश्वर सिंह और विशिष्ट अतिथि प्रमुख कंचन कुजुर एवं महुआडांड़ हिंदू महासभा महामंत्री भानू प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया।
  • उद्घाटन समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए और अतिथियों का अंगवस्त्र ओढ़ाकर स्वागत किया गया।
  • सांसद प्रतिनिधि ने संस्थान को 21 सौ रुपये का दान प्रदान किया।
  • संस्थापक कमलेश यादव ने बताया कि वर्तमान में संस्थान में 63 अनाथ बच्चे हैं और उद्देश्य मानवता का संदेश देना, अनाथ बच्चों को सहारा देना, सामाजिक रूढ़िवाद और संस्कारों को बढ़ावा देना है।
  • आश्रम के माध्यम से गरीब और असहाय लोगों को एंबुलेंस सेवा, विवाह में सहयोग और प्रतिभाशाली बच्चों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया।

महुआडांड़ प्रखंड के रामपुर गांव में सोमवार को आयोजित समारोह में आरपीएस सेवा संस्थान चैरिटेबल अनाथ आश्रम का उद्घाटन किया गया। उद्घाटन का मुख्य आकर्षण दीप प्रज्ज्वलन रहा, जिसमें सांसद प्रतिनिधि भुवनेश्वर सिंह, प्रमुख कंचन कुजुर और महुआडांड़ हिंदू महासभा के महामंत्री भानू प्रसाद उपस्थित रहे। संस्थान के सदस्यों ने अतिथियों का अंगवस्त्र ओढ़ाकर स्वागत किया और समारोह के दौरान मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।

सांसद प्रतिनिधि और नेताओं का योगदान

सांसद प्रतिनिधि भुवनेश्वर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि इस तरह की संस्थान का महुआडांड़ में खुलना समाज के लिए गौरव की बात है। उन्होंने आश्वस्त किया कि अनाथ और बेसहारा बच्चों के लिए जितना संभव हो सहयोग किया जाएगा। सांसद प्रतिनिधि ने इस अवसर पर संस्थान को 21 सौ रुपये का दान भी प्रदान किया।

सांसद प्रतिनिधि भुवनेश्वर सिंह ने कहा: “इस संस्थान के माध्यम से अनाथ बच्चों को सहारा मिलेगा और समाज में मानवता की भावना मजबूत होगी।”

संस्थापक की पहल और सामाजिक उद्देश्य

आरपीएस सेवा संस्थान के संस्थापक कमलेश यादव ने बताया कि वर्तमान में संस्थान में कुल 63 अनाथ बच्चे हैं। उनका उद्देश्य केवल बच्चों को शिक्षा और आश्रय प्रदान करना नहीं है, बल्कि समाज में मानवता, सामाजिक संस्कार और रूढ़िवादिता के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी है। संस्थान गरीब और असहाय लोगों के विवाह में सहयोग करता है, प्रतिभाशाली बच्चों को आगे बढ़ने का अवसर देता है और जरूरत पड़ने पर एंबुलेंस सेवा भी उपलब्ध कराता है।

कमलेश यादव ने कहा: “हमारा लक्ष्य अनाथ और गरीब बच्चों को सहारा देना और समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है।”

ग्रामीण और पंचायत प्रतिनिधियों की सहभागिता

उद्घाटन समारोह में सभी पंचायत के मुखिया और ग्रामीण बड़े पैमाने पर उपस्थित रहे। मोहन यादव, अजय प्रसाद, अजय उरांव, वीरेंद्र प्रसाद समेत बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने समारोह में भाग लिया। ग्रामीणों ने इस पहल का स्वागत किया और आश्रम की गतिविधियों में सक्रिय सहयोग करने का संकल्प जताया।

न्यूज़ देखो: सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से अनाथ बच्चों का सशक्तिकरण

यह आयोजन दर्शाता है कि समाज और स्थानीय नेतृत्व की सहभागिता से बच्चों और असहाय व्यक्तियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। आरपीएस सेवा संस्थान की पहल से अनाथ बच्चों को शिक्षा, सुरक्षा और बेहतर अवसर मिलेंगे और समाज में मानवता और संवेदनशीलता की भावना को मजबूती मिलेगी।

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समाज में मानवता और बच्चों के लिए सक्रिय योगदान

सामाजिक संस्थाओं और नागरिकों की सहभागिता से अनाथ बच्चों और असहाय परिवारों के जीवन में बदलाव संभव है। हमें ऐसे प्रयासों में सहयोग देना चाहिए और बच्चों को सुरक्षित और सशक्त वातावरण उपलब्ध कराना चाहिए। अपनी राय कमेंट में साझा करें, इस खबर को दोस्तों तक पहुँचाएं और समाज में जागरूकता फैलाने का हिस्सा बनें।

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