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जारी प्रखंड में तिरंगे के सम्मान और शहीदों के बलिदान के साथ गूंजा स्वतंत्रता दिवस

#गुमला #स्वतंत्रतादिवस : जारी प्रखंड में झंडोतोलन, माल्यार्पण और देशभक्ति के नारों से गूंजा माहौल

जारी प्रखंड में स्वतंत्रता दिवस बड़े ही हर्षोल्लास और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का आगाज़ जारी थाना परिसर में हुआ, जहां थाना प्रभारी आदित्य कुमार ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर सलामी दी। उपस्थित पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों ने राष्ट्रगान गाते हुए तिरंगे को नमन किया, जिससे वातावरण में गर्व और उत्साह की लहर दौड़ गई।

इसके बाद समारोह का केंद्र परमवीर अल्बर्ट एक्का की प्रतिमा रही। माल्यार्पण की शुरुआत भीमसेंट एक्का (परमवीर के सुपुत्र) ने की, जिनके साथ जिला परिषद सदस्य दिलीप बड़ाइक, प्रखंड प्रमुख उर्मिला केरकेट्टा, थाना प्रभारी आदित्य कुमार, और सीसीकरमटोली पंचायत की मुखिया फूलमैत देवी मौजूद रहीं। यह क्षण शहीदों की स्मृति को जीवंत करने वाला और भावनाओं से भरा हुआ था।

पूरे प्रखंड में देशभक्ति के नारों—”भारत माता की जय” और “वंदे मातरम”—की गूंज सुनाई दी। सैकड़ों ग्रामीणों, युवाओं और बच्चों ने सक्रिय भागीदारी की, जिससे यह आयोजन केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि एक सजीव उत्सव बन गया। लोगों ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि शहीदों के त्याग को याद कर उनके सपनों के भारत के निर्माण का संकल्प लेने का दिन है।

शहीद की धरती पर उमड़ा देशभक्ति का सैलाब

गुमला जिला, जिसने देश को परमवीर अल्बर्ट एक्का जैसा वीर सपूत दिया, में इस दिन का महत्व और बढ़ जाता है। जारी प्रखंड का हर नागरिक इस गर्व को महसूस करता है कि उनके क्षेत्र की मिट्टी ने देश की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान देने वाला वीर जन्मा। कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने युवाओं से अपील की कि वे देश की एकता, अखंडता और प्रगति में अपना योगदान दें।

आयोजन ने बढ़ाई सामाजिक एकजुटता

ध्वजारोहण से लेकर माल्यार्पण तक, इस आयोजन ने गांव-गांव में सामाजिक एकता का संदेश फैलाया। अलग-अलग जातियों, समुदायों और आयु वर्ग के लोग एक साथ आए और तिरंगे के नीचे एकजुट हुए। महिलाओं और युवाओं की उपस्थिति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही, जिन्होंने पूरे उत्साह से राष्ट्रीय पर्व का हिस्सा बनकर देशप्रेम की मिसाल पेश की।

न्यूज़ देखो: शहीद की धरती पर जनभागीदारी का प्रेरक उदाहरण

जारी प्रखंड में स्वतंत्रता दिवस समारोह ने साबित कर दिया कि देशभक्ति केवल शब्दों में नहीं, बल्कि सामूहिक भागीदारी और स्मृतियों के संरक्षण में जीवित रहती है। परमवीर अल्बर्ट एक्का की प्रतिमा पर हर साल उमड़ता यह जनसैलाब आने वाली पीढ़ियों को शौर्य और बलिदान की अमर गाथा सुनाता रहेगा। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

देशभक्ति की ज्योत हमेशा जलती रहे

आज का आयोजन हमें याद दिलाता है कि तिरंगा केवल एक झंडा नहीं, बल्कि हमारी पहचान, स्वतंत्रता और एकता का प्रतीक है। आइए, हम सभी इस प्रेरणा को अपने जीवन में उतारें, शहीदों के सपनों के भारत को गढ़ने के लिए कार्य करें, और इस संदेश को अपने मित्रों, परिवार और समाज में साझा करें।

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