
#नईदिल्ली #ऑपरेशन_सिंदूर – भारत ने पहलगाम हमले के जवाब में सीमापार कर आतंक के गढ़ को तबाह किया, सेना और विदेश मंत्रालय ने साझा की बड़ी जानकारी
- भारतीय सेना ने POK में आतंकी ठिकानों पर बेहद सटीक और सीमित हमला किया
- पहलगाम आतंकी हमले का था यह प्रतिशोध, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे
- कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका ने साझा की ऑपरेशन की रणनीति
- FATF मंच पर भी पाकिस्तान की भूमिका पर सवाल, विदेश मंत्रालय ने किया तीखा हमला
- ऑपरेशन सिंदूर में आम नागरिकों को नुकसान न पहुंचाने का विशेष ध्यान रखा गया
- भारत ने फिर दिया स्पष्ट संदेश: अब हर आतंकी हमले का जवाब मिलेगा निर्णायक रूप में
आतंक के खिलाफ निर्णायक वार: सेना की रणनीति आई सामने
भारतीय सेना ने सोमवार को एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं।
सेना ने बताया कि यह ऑपरेशन पहलगाम में हुए आतंकी हमले के प्रतिशोध में किया गया, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत एक वीडियो से हुई, जिसमें पिछले वर्षों में भारत पर हुए प्रमुख आतंकी हमलों की झलक दिखाई गई।
इसके बाद सेना की ओर से कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका ने बताया कि POK के भीतर मौजूद आतंकी शिविरों को बेहद सटीकता से निशाना बनाया गया।
“हमने पहले खुफिया जानकारी एकत्र की और फिर योजनाबद्ध ढंग से ऑपरेशन को अंजाम दिया।”
— कर्नल सोफिया“यह कार्रवाई भारत की संप्रभुता की रक्षा और नागरिकों की सुरक्षा के लिए आवश्यक थी।”
— विंग कमांडर व्योमिका
सेना ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन पूरी तरह सीमित, न्यायोचित और नागरिक क्षति से रहित था।
पाकिस्तान को खुली चेतावनी, FATF मंच पर फिर से घेरे में
विदेश मंत्रालय ने प्रेस ब्रीफिंग में पाकिस्तान पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह आतंकियों को शरण और समर्थन दे रहा है।
मंत्रालय ने यह भी कहा कि पाकिस्तान FATF जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों को बार-बार गुमराह करता आया है।
भारत ने संकेत दिए हैं कि वह आने वाले समय में FATF और अन्य वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान की भूमिका को उजागर करने की योजना पर काम कर रहा है।
“हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सच्चाई से अवगत कराएंगे कि पाकिस्तान आतंकवाद का संरक्षणकर्ता है।”
— विदेश मंत्रालय प्रवक्ता
सीमापार की कार्रवाई से बदला संतुलन, सेना का मनोबल ऊंचा
ऑपरेशन सिंदूर के सफल निष्पादन से न सिर्फ भारतीय सेना का मनोबल बढ़ा है, बल्कि यह कार्रवाई सीमापार सक्रियता की नई नीति का भी संकेत देती है।
पहलगाम की त्रासदी के बाद भारत ने जो सख्त रुख अपनाया है, उसने पड़ोसी देश को स्पष्ट संकेत दे दिया है कि अब चुप्पी नहीं, जवाब मिलेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की सटीक सैन्य कार्रवाई से आतंकी नेटवर्क की कमर तोड़ने में मदद मिलेगी और भविष्य में होने वाले हमलों की आशंका भी कम होगी।
न्यूज़ देखो : सीमा पार गतिविधियों पर हमारी पैनी नजर
‘न्यूज़ देखो’ लगातार इस विषय पर अपडेट्स और विश्लेषण प्रस्तुत करता रहा है। हम मानते हैं कि ऐसे ऑपरेशन न केवल सैन्य दृष्टि से, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा नीति के रूप में भी महत्वपूर्ण हैं।
हर मोर्चे पर जहां भारत की संप्रभुता और सुरक्षा जुड़ी हो, ‘न्यूज़ देखो’ वहां से सबसे पहले और सटीक जानकारी देने के लिए प्रतिबद्ध है।
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