
#गढ़वा #महिला_सशक्तिकरण : नवादा मोड़ स्थित बीएसकेडी पब्लिक स्कूल में महिलाओं-बालिकाओं पर हिंसा रोकने का संदेश देती रैली और संस्कारों से जुड़ा जनजागरूक कार्यक्रम
- इनर व्हील क्लब ऑफ गढ़वा ग्लोरियस ने ऑरेंज द वर्ल्ड अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया।
- स्थान—बीएसकेडी पब्लिक स्कूल, नवादा मोड़, आयोजन 28 नवंबर को हुआ।
- रैली में क्लब सदस्य, छात्र-छात्राएँ, शिक्षक और स्थानीय लोग नारंगी परिधान में शामिल हुए।
- निबंध प्रतियोगिता में महताब अहमद प्रथम, आयुष कुमार भास्कर द्वितीय, अंकुश कुमार सिंह तृतीय रहे।
- नुक्कड़ नाटक ने महिलाओं पर हिंसा रोकने का प्रभावी संदेश दिया।
गढ़वा में महिलाओं और बालिकाओं के प्रति हिंसा रोकने तथा समाज में सम्मानजनक माहौल निर्माण के उद्देश्य से इनर व्हील क्लब ऑफ गढ़वा ग्लोरियस ने 28 नवंबर को नवादा मोड़ स्थित बीएसकेडी पब्लिक स्कूल में ऑरेंज द वर्ल्ड अभियान के तहत जागरूकता रैली, निबंध प्रतियोगिता और नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया। नारंगी परिधान और जागरूकता संदेशों के साथ निकली यह रैली समाज में सुरक्षा और समानता की भावना को मजबूत करने का प्रयास रही। रैली के अलावा प्रतियोगिता और सांस्कृतिक प्रस्तुति के ज़रिये छात्रों ने मुद्दे की गंभीरता को समझा और दूसरों तक पहुँचाने की पहल की।
ऑरेंज द वर्ल्ड अभियान—महिलाओं के सम्मान की आवाज़
यह वैश्विक अभियान महिलाओं और बालिकाओं पर होने वाली हिंसा को समाप्त करने के लिए चलाया जाता है। गढ़वा में आयोजित कार्यक्रम ने इसी विचार को आधार बनाकर लोगों को संदेश दिया कि हिंसा के खिलाफ समाज की एकजुटता बेहद ज़रूरी है। नारंगी रंग को आशा, सकारात्मकता और उजाले का प्रतीक मानते हुए प्रतिभागियों ने शहर में रैली निकालकर जागरूकता फैलाने का कार्य किया।
निबंध प्रतियोगिता में बच्चों ने रखा अपना दृष्टिकोण
बीएसकेडी पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं ने निबंध प्रतियोगिता में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सामाजिक समानता जैसे विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रतियोगिता में महताब अहमद प्रथम, आयुष कुमार भास्कर द्वितीय और अंकुश कुमार सिंह तृतीय स्थान पर रहे। बच्चों के तर्कपूर्ण विचार और सकारात्मक सोच ने उपस्थित सभी लोगों को प्रभावित किया।
नुक्कड़ नाटक ने छोड़ी गहरी छाप
छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा। नाटक ने घर, स्कूल और समाज में महिलाओं व बालिकाओं के साथ होने वाली हिंसा और भेदभाव की स्थितियों को दिखाकर लोगों को संवेदनशील बनने का संदेश दिया। इसका उद्देश्य था—चुप्पी तोड़ना और सुरक्षा का वातावरण तैयार करना।
क्लब की अध्यक्ष दीपाली अग्रवाल का संदेश
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दीपाली अग्रवाल ने कहा कि छोटे-छोटे प्रयास बड़े बदलावों की शुरुआत बनते हैं। उन्होंने समाज के लोगों से महिलाओं और बालिकाओं के लिए सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल बनाने की अपील की। इस दौरान विनीता आनंद, ममता कश्यप, सोनी गुप्ता, शोभा कश्यप, श्वेता अग्रवाल, शालिनी अग्रवाल, प्रीति कश्यप, शोभा सोनी, श्वेता सोनी, अर्चना कश्यप सहित क्लब की सभी सदस्याएं उपस्थित रहीं।
वहीं विद्यालय के डायरेक्टर संजय सोनी, शिक्षक राजीव रंजन चौधरी, प्रिंसिपल रीना कुमारी, शिक्षिका नीलम कुमारी और छात्रों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। सामूहिक प्रयासों से आयोजित यह अभियान समाज में महिला सुरक्षा को लेकर संवेदनशील वातावरण बना रहा है।
न्यूज़ देखो: महिला सुरक्षा को लेकर सामूहिक प्रयासों की दरकार
गढ़वा में आयोजित यह कार्यक्रम दिखाता है कि सामुदायिक भागीदारी से बड़ी सामाजिक चुनौतियों का समाधान ढूँढा जा सकता है। बच्चों और महिलाओं की सक्रिय भागीदारी ने यह संदेश दिया कि हिंसा मुक्त समाज की राह शिक्षा और जागरूकता से ही होकर गुजरती है। ऐसे आयोजन समाज में परिवर्तन की मजबूत नींव रखते हैं।
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बदलाव की आवाज़—आपकी भागीदारी से बनेगा सुरक्षित समाज
महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा केवल अभियान नहीं बल्कि हमारी जिम्मेदारी है। अब समय है कि हम मिलकर हिंसा, भेदभाव और असमानता के खिलाफ खड़े हों। छोटे प्रयास—जैसे जागरूकता, संवाद और संवेदनशीलता—भी बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को साझा कर अधिक से अधिक लोगों तक संदेश पहुँचाएँ, ताकि समाज में सुरक्षा और सम्मान की हवा और तेज़ी से फैले।





