
#गुमला #स्वास्थ्य_सेवा : आयुष्मान आरोग्य मंदिर जैरागी में इन्क्वास असेसमेंट के तहत सुविधाओं और कार्यप्रणाली का निरीक्षण किया गया।
डुमरी प्रखंड के जैरागी ग्राम स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर में शुक्रवार को इन्क्वास असेसमेंट कार्यक्रम आयोजित किया गया। केंद्र एवं जिला स्तर से आई टीम ने स्वास्थ्य केंद्र की सुविधाओं, अभिलेखों और सेवाओं की विस्तृत जांच की। निरीक्षण का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करना था। अधिकारियों ने सुधारात्मक सुझावों के साथ बेहतर संचालन पर जोर दिया।
- आयुष्मान आरोग्य मंदिर जैरागी में इन्क्वास असेसमेंट आयोजित।
- केंद्र स्तरीय निरीक्षण टीम ने किया विस्तृत मूल्यांकन।
- ओपीडी, दवा भंडारण, प्रसव कक्ष सहित सभी इकाइयों की जांच।
- मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं टीकाकरण सेवाओं की समीक्षा।
- अभिलेख अद्यतन रखने और सरकारी गाइडलाइन पालन के निर्देश।
- स्वास्थ्य कर्मियों की भूमिका की सराहना, सुधारात्मक सुझाव भी दिए गए।
डुमरी प्रखंड अंतर्गत जैरागी ग्राम स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर में शुक्रवार को आयोजित इन्क्वास असेसमेंट कार्यक्रम स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता परखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा। इस कार्यक्रम के तहत केंद्र एवं जिला स्तर के अधिकारियों ने स्वास्थ्य केंद्र की भौतिक संरचना, मानव संसाधन, सेवा वितरण प्रणाली और अभिलेखीय व्यवस्था की बारीकी से जांच की।
केंद्र एवं जिला स्तरीय टीम ने किया निरीक्षण
इन्क्वास असेसमेंट के दौरान केंद्र से आए निरीक्षण दल में डॉ. आशीष कुमार घोष एवं डॉ. कृतिमान महंता शामिल रहे। वहीं जिला स्तर से डिस्ट्रिक्ट इन्क्वास कोऑर्डिनेटर राहुल कुमार ने टीम का नेतृत्व किया। अधिकारियों ने स्वास्थ्य केंद्र के प्रत्येक कक्ष और सेवाओं का क्रमवार निरीक्षण किया।
ओपीडी से लेकर प्रसव कक्ष तक की जांच
निरीक्षण के दौरान टीम ने ओपीडी कक्ष, दवा भंडारण कक्ष, प्रसव कक्ष, जांच कक्ष सहित अन्य सभी महत्वपूर्ण इकाइयों का जायजा लिया। उपलब्ध दवाओं की सूची, उनकी एक्सपायरी तिथि, भंडारण की स्थिति और दवा वितरण प्रक्रिया की गहन समीक्षा की गई। साथ ही चिकित्सा उपकरणों की कार्यशीलता एवं रख-रखाव पर भी ध्यान दिया गया।
मरीज पंजीकरण और उपचार प्रक्रिया की समीक्षा
अधिकारियों ने मरीजों के पंजीकरण रजिस्टर, उपचार विवरण, टीकाकरण रिकॉर्ड एवं अन्य अभिलेखों की बारीकी से जांच की। यह सुनिश्चित किया गया कि सभी रिकॉर्ड नियमित रूप से अपडेट किए जा रहे हैं या नहीं। स्वास्थ्य कर्मियों से एक-एक बिंदु पर जानकारी लेते हुए केंद्र की कार्यप्रणाली को समझा गया।
मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष फोकस
निरीक्षण के दौरान मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं, नियमित टीकाकरण, तथा गैर संचारी रोगों (एनसीडी) की जांच और उपचार व्यवस्था पर विशेष चर्चा की गई। अधिकारियों ने यह देखा कि गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को समय पर आवश्यक सेवाएं मिल रही हैं या नहीं।
स्वास्थ्य कर्मियों को दिए गए निर्देश
निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों ने उपस्थित एएनएम, सीएचओ एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अभिलेखों को समय-समय पर अद्यतन रखना अनिवार्य है और ग्रामीणों को सुलभ, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना प्राथमिकता होनी चाहिए।
डॉ. आशीष कुमार घोष ने कहा: “आयुष्मान आरोग्य मंदिर ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ है, इसलिए यहां सेवाओं का सुचारु और मानक अनुरूप संचालन बेहद जरूरी है।”
संतोष के साथ दिए गए सुधारात्मक सुझाव
निरीक्षण के उपरांत अधिकारियों ने केंद्र की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया, साथ ही कुछ सुधारात्मक सुझाव भी दिए ताकि भविष्य में सेवाओं को और बेहतर बनाया जा सके। अधिकारियों ने टीम भावना के साथ कार्य करने और समुदाय के प्रति जवाबदेही बनाए रखने पर जोर दिया।
ये रहे मौके पर उपस्थित अधिकारी और कर्मी
इस अवसर पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अलबेल केरकेट्टा, लेखापाल इंदु कुमारी, बीपीएम राजेश केरकेट्टा, एएनएम अगाथा एक्का, सीएचओ सुबोध एक्का, पुष्पा तिग्गा, ऑलिव मिंज, रीता नमिता टोप्पो, रश्मि कुजूर, दिव्या कुजूर, दीपशिखा तिग्गा, अमीना लकड़ा, आभा तिर्की, रंजीता लकड़ा, बीटीटी, सहिया एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।

न्यूज़ देखो: ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था की सशक्त निगरानी
आयुष्मान आरोग्य मंदिर जैरागी में हुआ इन्क्वास असेसमेंट यह दर्शाता है कि प्रशासन ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को लेकर गंभीर है। नियमित निरीक्षण से न केवल व्यवस्थाओं में सुधार होता है, बल्कि आम ग्रामीणों को बेहतर इलाज का भरोसा भी मिलता है। आने वाले समय में ऐसे आकलन स्वास्थ्य तंत्र को और मजबूत करेंगे। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
स्वस्थ गांव, मजबूत भविष्य
ग्रामीण क्षेत्रों में मजबूत स्वास्थ्य व्यवस्था ही सशक्त समाज की नींव है।
जागरूक नागरिक बनकर स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी और सहयोग जरूरी है।
अपने आसपास की स्वास्थ्य सुविधाओं पर नजर रखें और सुझाव साझा करें।
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