#गिरिडीह #चुनाव_तैयारी : सुरक्षा से लेकर सिस्टम चेक तक हुई गहन जांच
- ईवीएम वेयरहाउस में हुई मासिक निरीक्षण प्रक्रिया।
- उपायुक्त रामनिवास यादव ने सीसीटीवी कंट्रोल रूम और सुरक्षा उपायों का किया अवलोकन।
- सशस्त्र बलों को निर्देश — सतर्कता और जिम्मेदारी से निभाएं ड्यूटी।
- जनरेटर रूम, बीयू हॉल, फायर सेफ्टी, लॉग बुक्स सहित सभी व्यवस्थाओं की जांच।
- निरीक्षण में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी रहे मौजूद।
गिरिडीह में चुनावी तैयारियों को लेकर प्रशासन एक बार फिर सक्रिय दिखा। जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-उपायुक्त रामनिवास यादव ने गुरुवार को प्रखंड कार्यालय गिरिडीह स्थित ईवीएम-वीवीपैट वेयरहाउस का मासिक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने न केवल वेयरहाउस के भौतिक और तकनीकी पक्षों की जांच की, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था की बारीकी से समीक्षा भी की।
सीसीटीवी और उपकरणों का बारीकी से अवलोकन
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने सबसे पहले सीसीटीवी सिस्टम, कंट्रोल रूम और निगरानी के अन्य तकनीकी उपकरणों की जांच की। वे यह सुनिश्चित करना चाह रहे थे कि निगरानी प्रणाली हर स्थिति में पूरी तरह से कार्यशील हो और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना न रहे। साथ ही सीसीटीवी कंट्रोल रूम के रखरखाव, रिकॉर्डिंग की गुणवत्ता और स्टाफ की दक्षता का भी उन्होंने मूल्यांकन किया।
सुरक्षा से लेकर बिजली तक की हुई समीक्षा
उपायुक्त ने परिसर का दौरा करते हुए बीयू हॉल, जनरेटर रूम, अग्निशमन यंत्रों की स्थिति, लॉग बुक्स, बिजली की आपूर्ति, भवन की सीलिंग, प्रवेश व निकास मार्गों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार सभी व्यवस्थाएं मानकों पर खरा उतरनी चाहिए ताकि कोई चूक न हो।
उपायुक्त रामनिवास यादव ने कहा: “हमारा उद्देश्य है कि ईवीएम वेयरहाउस की सुरक्षा और संचालन में कोई कमी न रह जाए। चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता के लिए तकनीकी और भौतिक सुरक्षा दोनों आवश्यक हैं।”
सुरक्षाबलों को सख्त निर्देश
निरीक्षण के क्रम में तैनात सशस्त्र बलों से उपायुक्त ने सीधे संवाद करते हुए अपने कर्तव्यों के प्रति सजग और जिम्मेदार बने रहने की बात कही। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और चुनावी मशीनों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
राजनीतिक दलों की मौजूदगी से पारदर्शिता का संदेश
निरीक्षण प्रक्रिया में सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, उप निर्वाचन पदाधिकारी एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। इससे न केवल पारदर्शिता सुनिश्चित हुई, बल्कि राजनीतिक दलों का विश्वास भी बना रहा कि ईवीएम और वीवीपैट जैसी संवेदनशील इकाइयों की सुरक्षा और निगरानी पूरी तरह निष्पक्ष और व्यवस्थित है।
न्यूज़ देखो: मजबूत लोकतंत्र की बुनियाद बनी पारदर्शी निगरानी
गिरिडीह में हुए इस ईवीएम वेयरहाउस निरीक्षण ने यह दिखा दिया कि प्रशासन लोकतंत्र की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। हर महीने होने वाला यह निरीक्षण न सिर्फ एक औपचारिकता है, बल्कि जनता के भरोसे को मज़बूत करने की दिशा में एक अहम कदम है।
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लोकतंत्र की जिम्मेदारी हम सबकी
चुनावों की सफलता न केवल प्रशासन की सतर्कता से, बल्कि आम जनता की सजग भागीदारी से भी तय होती है। आइए, हम सभी अपने कर्तव्यों को समझें, एक जवाबदेह और जिम्मेदार नागरिक बनें, और लोकतंत्र की इस यात्रा को मजबूती दें।
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