
#गढ़वा #शिक्षा_व्यवस्था : छात्रों की समस्याओं के समाधान को लेकर जिला प्रशासन सक्रिय
- उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति छात्रावासों का निरीक्षण किया।
- छात्रों से सीधा संवाद कर जानी समस्याएँ और व्यवस्थाओं की कमियाँ।
- जल मीनार कार्यशील बनाने का निर्देश, छात्रों को मिलेगा स्वच्छ पेयजल।
- सरकार की सभी सुविधाएँ नियमावली के अनुसार उपलब्ध कराने का आदेश।
- पाँच करोड़ की लागत से आधुनिक छात्रावास भवन निर्माण की अनुशंसा भेजी गई।
गढ़वा जिले में शिक्षा और छात्र कल्याण को लेकर प्रशासन ने बड़ी पहल की है। 13 सितम्बर 2025 को उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी दिनेश कुमार यादव ने राम साहू विद्यालय के पास स्थित अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास और अनुसूचित जाति बालक छात्रावास का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने छात्रों से आमने-सामने संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुना। छात्रों ने आवासीय और शैक्षणिक सुविधाओं की कमी से जुड़ी कई बातें साझा कीं, वहीं वार्डन से दाखिले और व्यवस्था की पूरी जानकारी भी ली गई।
नियमावली के अनुसार दाखिला और सुविधाएँ
निरीक्षण के बाद उपायुक्त ने साफ कहा कि छात्रावास में दाखिला पूरी तरह नियमावली और विभागीय मार्गदर्शन के अनुसार होना चाहिए। छात्रों को सरकार की ओर से उपलब्ध कराई जाने वाली सभी सुविधाएँ समय पर और पूरी तरह मिलनी चाहिए, ताकि वे बेहतर शैक्षणिक वातावरण में आगे बढ़ सकें।
जल मीनार की समस्या और त्वरित कार्रवाई
छात्रावास परिसर में स्थापित जल मीनार स्थापना के बाद से अब तक कार्यशील नहीं थी। इस पर गहरी चिंता जताते हुए उपायुक्त ने पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को तुरंत इसे कार्यशील बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि छात्रों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
आधुनिक छात्रावास निर्माण की पहल
गौरतलब है कि हाल ही में अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास के छात्रों ने जनता दरबार में भवन की जर्जर स्थिति को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए उपायुक्त श्री यादव ने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान योजना के तहत पाँच करोड़ रुपये की लागत से 100 बिस्तरों वाले आधुनिक छात्रावास भवन के निर्माण की अनुशंसा राज्य सरकार को भेजी है। यह भवन गढ़वा के छात्रों को सुरक्षित, बेहतर और आधुनिक सुविधाओं से लैस आवासीय वातावरण प्रदान करेगा।



न्यूज़ देखो: शिक्षा और सुविधा का संतुलन अब प्रशासन की प्राथमिकता
गढ़वा में उपायुक्त की इस सख्त पहल ने छात्रों और अभिभावकों में उम्मीद जगाई है। छात्रावास की जर्जर स्थिति और पेयजल जैसी बुनियादी समस्याओं का समाधान प्रशासन की सक्रियता पर निर्भर है। नया छात्रावास न सिर्फ शिक्षा बल्कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का आधार बनेगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शिक्षा और सुविधा का संगम
छात्र ही देश का भविष्य हैं और उनका सुरक्षित व सुविधाजनक वातावरण सुनिश्चित करना हम सबकी जिम्मेदारी है। अब समय है कि हम सब मिलकर शिक्षा और संसाधनों को लेकर सजग रहें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि गढ़वा के छात्रावास निर्माण की यह पहल सब तक पहुँचे और तेजी से पूरी हो।