
#बरवाडीह #शैक्षणिक_भ्रमण – पलामू किला और कमलदह झील में ऐतिहासिक ज्ञान के साथ बच्चों ने सफाई अभियान चलाकर समाज को दिया सकारात्मक संदेश
- ब्राइट फ्यूचर स्कूल के बच्चों ने किया पलामू किला व कमलदह झील का शैक्षणिक भ्रमण
- भ्रमण के दौरान बच्चों को दी गई ऐतिहासिक, भौगोलिक और सांस्कृतिक जानकारी
- छात्रों ने गंदगी साफ कर पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता का संदेश दिया
- बच्चों ने सरकार से किले के संरक्षण को लेकर सवाल भी उठाए
- शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन ने बच्चों की पहल की सराहना की
इतिहास से रूबरू हुए बच्चे, जानी झारखंड की धरोहर
बरवाडीह प्रखंड के कुटमू चौक स्थित ब्राइट फ्यूचर रेसीडेंशियल पब्लिक स्कूल द्वारा आयोजित शैक्षणिक भ्रमण के तहत सोमवार को बच्चों को पलामू का ऐतिहासिक किला और प्रसिद्ध कमलदह झील घुमाया गया। भ्रमण के दौरान बच्चों को राजा मेदिन राय द्वारा निर्मित पलामू किले के इतिहास, उसकी सामरिक महत्ता, तथा झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर के रूप में इसकी पहचान के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
स्कूल के शिक्षकों ने बताया कि यह किला नेतरहाट पठार के निकट स्थित है और यह क्षेत्र पलामू टाइगर रिजर्व के समीप आने वाले पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है।
जिज्ञासु छात्रों ने पूछा– क्या सरकार किले को संरक्षित नहीं कर सकती?
भ्रमण के दौरान छात्रों में उत्साह के साथ-साथ जिज्ञासा भी देखने को मिली। बच्चों ने सवाल किया कि इतिहास में इतना महत्वपूर्ण किला अब खंडहर क्यों बनता जा रहा है? क्या सरकार इसे संरक्षित नहीं कर सकती? इन सवालों ने शिक्षकों और उपस्थित जनों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया। इससे यह स्पष्ट होता है कि बच्चों में इतिहास, धरोहर और नागरिक जिम्मेदारी के प्रति जागरूकता बढ़ रही है।
पर्यावरण के लिए उठाया कदम– बच्चों ने खुद की सफाई
भ्रमण के दौरान छात्रों ने एक और प्रेरणादायक कदम उठाया। उन्होंने कमलदह झील और किला परिसर में फैली गंदगी को स्वेच्छा से साफ किया। प्लास्टिक, खाने के रैपर और अन्य कूड़े-कचरे को इकट्ठा कर स्वच्छता का संदेश दिया।
छात्रों ने कहा: “ऐतिहासिक स्थलों को साफ-सुथरा रखना हम सभी की जिम्मेदारी है, ताकि आने वाली पीढ़ियों को भी हमारी धरोहर देखने को मिले।”
शिक्षकों और प्रबंधन ने सराहा प्रयास
इस अवसर पर स्कूल के डायरेक्टर विनीत चौधरी के साथ शिक्षकों की टीम – अभय सर, निलिशा मैम, पिंकी मैम, आर.के. सर और काजल मैम आदि उपस्थित रहे। सभी ने बच्चों की सोच, जागरूकता और स्वेच्छा से की गई सफाई की सराहना की और उन्हें प्रेरित किया कि वे भविष्य में भी ऐसे कार्यों में भाग लेते रहें।
ज्ञान के साथ जिम्मेदारी भी सीखी
यह भ्रमण छात्रों के लिए केवल ज्ञानवर्धन का माध्यम नहीं रहा, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक बनने की सीख भी दी। इस पहल से यह संदेश गया कि यदि बच्चों को सही दिशा मिले तो वे समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं।

न्यूज़ देखो: बच्चों के स्वच्छता संकल्प से समाज को प्रेरणा
ब्राइट फ्यूचर स्कूल के बच्चों ने यह साबित कर दिया कि नई पीढ़ी न केवल सीख रही है, बल्कि समाज के लिए जिम्मेदार भी बन रही है। ऐसे आयोजनों से न केवल इतिहास जीवंत होता है, बल्कि भावी नागरिकों में सामाजिक चेतना का विकास होता है।
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सीखने और सिखाने का यही है सही समय
बच्चों की सोच और कार्य प्रेरणा का स्रोत है। आइए हम सब मिलकर उन्हें प्रोत्साहित करें, और स्वच्छता व धरोहरों के संरक्षण को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। इस समाचार को साझा करें और बच्चों की इस पहल को जन-जन तक पहुंचाएं।