
#सिमडेगा #कृषक_पाठशाला : उपायुक्त की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक में किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक और मत्स्य विकास के लिए दी गई दिशा-निर्देश
- उपायुक्त श्रीमती कंचन सिंह की अध्यक्षता में समेकित बिरसा ग्राम विकास योजना की जिलास्तरीय बैठक सम्पन्न।
- जिला कृषि पदाधिकारी श्रीमती माधुरी टोप्पो ने कृषक पाठशालाओं और प्रशिक्षण गतिविधियों की जानकारी दी।
- योजना में पशुपालन, मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन और फलदार पौधों का रोपण शामिल है।
- 750 किसानों को चार दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा और तालाब, डीप बोरिंग, वर्मी कंपोस्ट यूनिट आदि की व्यवस्था पूरी की गई।
- मत्स्य विकास योजना में लाभुक चयन और महिला मत्स्य विक्रेताओं को प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया।
- बैठक में उप विकास आयुक्त दीपांकर चौधरी और अन्य अधिकारी मौजूद रहे और कार्यों के पारदर्शी क्रियान्वयन के निर्देश दिए।
सिमडेगा। समेकित बिरसा ग्राम विकास योजना और कृषक पाठशाला की जिलास्तरीय समीक्षा बैठक उपायुक्त श्रीमती कंचन सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में संपन्न हुई। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी श्रीमती माधुरी टोप्पो ने योजना के तहत कृषक पाठशालाओं की स्थापना, प्रशिक्षण और संबंधित संरचनाओं की प्रगति का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि किसानों को उन्नत कृषि तकनीक, पशुपालन और मत्स्य पालन के प्रशिक्षण के लिए पाठशालाओं में सभी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं।
किसानों के लिए प्रशिक्षण और संसाधन विकास
श्रीमती माधुरी टोप्पो ने कहा कि योजना के तहत 750 किसानों को चार दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इसमें आधुनिक खेती के तरीके, पशुपालन, मत्स्य पालन और अन्य कृषि गतिविधियों का प्रशिक्षण शामिल है। योजना में एक एकड़ तालाब, दो डीप बोरिंग, 10 वर्मी कंपोस्ट यूनिट, 5 नाडेप, 50 बकरी, 25 सूअर, 1000 बतख और 5 गाय की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। साथ ही 10 एकड़ खेती और 7.5 एकड़ में फलदार पौधों का रोपण किया गया है।
उपायुक्त द्वारा दिए गए दिशा-निर्देश
उपायुक्त श्रीमती कंचन सिंह ने समीक्षा करते हुए कहा:
“लंबित कार्यों को शीघ्र पूरा किया जाए ताकि किसानों को योजना का पूरा लाभ मिले। पारदर्शिता और समयबद्ध क्रियान्वयन हमारी प्राथमिकता है।”
उन्होंने तालाब, जलाशय विकास और मत्स्य योजना में लाभुक चयन में महिला मत्स्य विक्रेताओं को प्राथमिकता देने और पूर्व लाभ न प्राप्त करने वालों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया।
मत्स्य विकास और पीएमजीएसवाई योजनाओं की समीक्षा
बैठक में मत्स्य विपणन योजना, मछली परिवहन, तालाब और जलाशय मत्स्य विकास, मोटर चालित नाव क्रय और WCDC अंतर्गत PMGSY के चल रहे कार्यों की समीक्षा की गई। अधिकारियों ने योजनाओं के पारदर्शी और समयबद्ध क्रियान्वयन पर जोर दिया।
उपस्थित अधिकारी और सहयोगी
बैठक में उप विकास आयुक्त श्री दीपांकर चौधरी, जिला सहकारिता पदाधिकारी और मत्स्य पदाधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे और उन्होंने योजना के कार्यान्वयन में सहयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

न्यूज़ देखो: सिमडेगा में किसानों के लिए प्रशिक्षण और संसाधन प्रबंधन का नए स्तर पर प्रयास
यह बैठक दर्शाती है कि प्रशासन किसानों के विकास और कृषि प्रशिक्षण को गंभीरता से ले रहा है। योजना के माध्यम से किसानों की उत्पादन क्षमता, पशुपालन और मत्स्य पालन में सुधार होगा और महिलाओं को विशेष प्राथमिकता देकर समावेशी विकास को बढ़ावा मिलेगा।
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किसानों के जीवन में प्रशिक्षण और संसाधनों की उपलब्धता उनके समृद्ध भविष्य की कुंजी है। प्रशासन और समुदाय के सहयोग से ग्रामीण कृषि और मत्स्य विकास में सुधार संभव है। अपनी राय साझा करें, खबर को दोस्तों तक पहुंचाएं और ग्रामीण विकास में सक्रिय योगदान दें।