
#पलामू #बीजवितरणघोटाला : सरकारी मुफ्त बीज योजना में 60 रुपये वसूल रहे थे प्रज्ञा केंद्र — तरहसी प्रखंड प्रमुख ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कराई
- तरहसी प्रखंड के किसान भवन में मुफ्त बीज के बदले वसूले जा रहे थे 30–60 रुपये
- कई किसानों ने प्रखंड प्रमुख अजय कुमार सिंह को सीधे फोन कर दी शिकायत
- प्रखंड प्रमुख ने कृषि पदाधिकारी और BTM से की सख्त पूछताछ, तुरंत कार्रवाई के निर्देश
- प्रज्ञा केंद्रों की भूमिका पर सवाल, बिना अधिकार के रजिस्ट्रेशन में जुटे थे लोग
- प्रखंड प्रमुख बोले – किसानों का शोषण बर्दाश्त नहीं होगा, दोषियों पर होगी कार्रवाई
शिकायत पर तत्काल पहुंचा प्रशासन, किसानों से की खुली बातचीत
तरहसी (पलामू) — किसानों के लिए राज्य सरकार की निशुल्क बीज वितरण योजना में अवैध वसूली की एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। तरहसी प्रखंड के किसान भवन में बीज के बदले 30 से 60 रुपये तक लिए जा रहे थे, जबकि यह योजना पूरी तरह मुफ्त है।
घटना का खुलासा तब हुआ जब कई किसानों ने सीधे प्रखंड प्रमुख अजय कुमार सिंह को फोन कर इसकी शिकायत की। सूचना मिलते ही प्रखंड प्रमुख मौके पर पहुंचे और उपस्थित किसानों से प्रत्यक्ष संवाद किया। किसानों ने बताया कि उनसे बीज वितरण से पहले प्रज्ञा केंद्र के माध्यम से रजिस्ट्रेशन के नाम पर पैसे लिए गए।
कृषि विभाग पर उठे सवाल, प्रखंड प्रमुख ने मांगा स्पष्टीकरण
मौके पर पहुंचे प्रखंड प्रमुख अजय कुमार सिंह ने प्रखंड कृषि पदाधिकारी निलेश रंजन तिवारी और बीटीएम विनय कुमार सिंह से सवाल किया कि प्रज्ञा केंद्र किस अधिकार से रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं, जबकि विभागीय पोर्टल की लॉगिन आईडी विभाग के पास है।
प्रखंड प्रमुख अजय कुमार सिंह ने कहा: “किसानों से पैसा लेना अपराध है। दोषियों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने अधिकारियों से स्पष्ट पूछा कि इस तरह की वसूली की अनुमति किसने दी और अब तक इस पर रोक क्यों नहीं लगाई गई।
कृषि पदाधिकारी की सफाई, प्रज्ञा केंद्रों की भूमिका संदिग्ध
प्रखंड कृषि पदाधिकारी निलेश रंजन तिवारी ने बताया कि विभाग की ओर से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया निशुल्क है और किसी किसान से शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए। उन्होंने माना कि यदि कोई प्रज्ञा केंद्र अवैध वसूली कर रहा है, तो यह गंभीर मामला है और जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
निलेश रंजन तिवारी ने कहा: “रजिस्ट्रेशन की जिम्मेदारी विभाग की है, किसी भी निजी संस्था को यह काम नहीं सौंपा गया है।”
किसानों में रोष, योजना की साख पर सवाल
कई किसानों ने बताया कि उन्हें लगातार यह कहा गया कि बिना रजिस्ट्रेशन के बीज नहीं मिलेगा और उन्हें प्रज्ञा केंद्र के ऑपरेटर ने शुल्क लेकर पोर्टल पर अपलोड किया। इससे योजना की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगे हैं।
एक किसान ने बताया कि 60 रुपये देने के बावजूद उसे बीज नहीं मिला, जिससे साफ है कि योजना कागजों में ही पारदर्शी रह गई है।
कार्रवाई का भरोसा, जांच शुरू
प्रखंड प्रमुख ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि 24 घंटे के भीतर पूरी रिपोर्ट तैयार की जाए और जिन प्रज्ञा केंद्रों ने वसूली की है, उनके नाम और रसीद की प्रतियां संकलित की जाएं। उन्होंने कहा कि दोषियों पर एफआईआर तक की कार्रवाई की जा सकती है।
प्रखंड प्रमुख अजय कुमार सिंह ने दोहराया: “गरीब किसानों का हक मारा नहीं जाएगा। सरकार की योजनाओं को बिचौलियों से मुक्त किया जाएगा।”
न्यूज़ देखो: योजनाओं में भ्रष्टाचार पर जनता की चौकसी
न्यूज़ देखो ने तरहसी प्रखंड में बीज योजना से जुड़ी इस गंभीर अनियमितता को उजागर कर यह साबित किया है कि जनता की सजगता और पत्रकारिता की ईमानदारी मिलकर व्यवस्था को जिम्मेदार बना सकती है। इस मामले में प्रशासन ने तुरंत एक्शन लेकर जवाबदेही की मिसाल पेश की है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सजग नागरिक बनें, भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाएं
यदि आप भी किसी सरकारी योजना में गड़बड़ी या अनियमितता देखते हैं, तो चुप न रहें। शेयर करें यह खबर, अपने दोस्तों और गांव के किसानों तक ताकि वे भी सतर्क रहें और अपने हक के लिए आवाज उठा सकें।
आपकी जागरूकता ही बदलाव की पहली सीढ़ी है।