इसरी बाजार में ‘क्या कहती है रेल’ नुक्कड़ नाटक से छात्रों को मिली रेल सुरक्षा की सीख

#गिरीडीह #रेल_संरक्षा_अभियान #क्या_कहती_है_रेल — पूर्व मध्य रेल धनबाद टीम का अनोखा प्रयास, छात्रों में बढ़ाया सुरक्षा का भाव

नुक्कड़ नाटक के ज़रिए दी गई जीवन रक्षा की सीख

गिरीडीह जिले के पारसनाथ दिगम्बर जैन मध्य विद्यालय, इसरी बाजार में पूर्व मध्य रेल, संरक्षा विभाग, धनबाद की एक टीम ने रेल संरक्षा जागरूकता अभियान के तहत ‘क्या कहती है रेल’ शीर्षक से एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। इस नाटक के माध्यम से बच्चों को रेलवे ट्रैक पर सुरक्षित व्यवहार के बारे में जागरूक किया गया।

‘रेल फाटक बंद हो, तो इंतज़ार करें’

नाटक के दौरान कलाकारों ने छात्रों को बताया कि:

“हमें रेलवे ट्रैक पार करते समय ईयरफोन या मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। रेल फाटक बंद हो, तो धैर्य रखें और खुलने के बाद ही पार करें। प्लेटफॉर्म बदलते समय हमेशा फुटओवर ब्रिज का प्रयोग करें।”

साथ ही यह भी समझाया गया कि ट्रेन यात्रा के दौरान पेट्रोल, गैस, या कोई भी ज्वलनशील पदार्थ ले जाना खतरनाक है। धूम्रपान और गंदगी फैलाना न सिर्फ दंडनीय अपराध है, बल्कि दूसरों की जान को भी खतरे में डालता है।

बच्चों से कहा- घर जाकर सबको बताना

टीम ने बच्चों से यह भी आग्रह किया कि वे इन सभी बातों को अपने परिवार, दोस्तों और समाज में साझा करें। सभी छात्रों ने इस जागरूकता कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया।

रेल सुरक्षा की क्लास! 'क्या कहती है रेल' नुक्कड़ नाटक से गिरिडीह के छात्रों को सीख | ECR Dhanbad

विद्यालय परिवार रहा शामिल

इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुनील कुमार जैन, शिक्षक नेम कुमार जैन, अशोक कुमार सिन्हा, राजेश ठाकुर, अंकित जैन, महेश साव, शक्ति प्रसाद महतो, महेश कुमार, जितेन्द्र प्रसाद, बिनोद कुमार, और शिक्षिकाएं निकी कुमारी, ममता कुमारी, मनोरमा कुमारी सहित सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

न्यूज़ देखो: सुरक्षा का संदेश, ज़िंदगी से समझौता नहीं

‘न्यूज़ देखो’ अपने पाठकों से अपील करता है कि रेल यात्रा के दौरान बताए गए सभी सुरक्षा निर्देशों का पालन करें। याद रखें — सावधानी ही सुरक्षा है। अपने जीवन और अपनों की जिंदगी को सुरक्षित रखें। ये छोटी-छोटी बातें भविष्य में बड़े हादसों को रोक सकती हैं।

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