
#लातेहार #आत्मसमर्पणअभियान — वर्षों से वांछित सब जोनल कमांडर ने पुलिस के समक्ष डाली हथियार, पुनर्वास नीति के तहत मिलेगा लाभ
- जे.जे.एम.पी. का सब जोनल कमांडर बैजनाथ सिंह ने लातेहार पुलिस के समक्ष किया आत्मसमर्पण
- डीआईजी नौशाद आलम और एसपी कुमार गौरव की मौजूदगी में हुआ आत्मसमर्पण
- सरकार की पुनर्वास योजना के तहत मुख्यधारा में लौटेगा उग्रवादी
- “नई दिशा” अभियान की बड़ी सफलता, पुलिस और जनसहयोग की रणनीति रंग लाई
- बैजनाथ सिंह पर कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज, लंबे समय से था सक्रिय
- आत्मसमर्पण से शांति स्थापना और विश्वास बहाली की दिशा में एक और मजबूत कदम
आत्मसमर्पण की अहम घोषणा पुलिस अधीक्षक सभागार में
लातेहार जिले में आज एक बड़ी और सकारात्मक घटना घटी जब झारखंड जन मुक्ति परिषद (जे.जे.एम.पी.) के सब जोनल कमांडर बैजनाथ सिंह ने पुलिस अधीक्षक सभागार, लातेहार में आधिकारिक रूप से आत्मसमर्पण किया। यह आत्मसमर्पण पलामू रेंज के डीआईजी नौशाद आलम, लातेहार एसपी कुमार गौरव, सीआरपीएफ 11 बटालियन के समादेष्टा याद राम बुनकर, बरवाडीह एसडीपीओ भरत राम, और एसएसबी 32वीं वाहिनी के कमांडेंट राजेश सिंह की उपस्थिति में हुआ।
वर्षों से उग्रवादी गतिविधियों में था संलिप्त
बैजनाथ सिंह, जे.जे.एम.पी. संगठन का सक्रिय और कुख्यात सब जोनल कमांडर था, जो लातेहार, चतरा और पलामू जिलों में कई संगीन मामलों में वांछित था। उसके खिलाफ हत्या, लूट, रंगदारी वसूलना, विस्फोटक अधिनियम और अन्य आपराधिक धाराओं में कई मामले दर्ज थे। वह क्षेत्र में डर और दहशत का पर्याय बना हुआ था।
आत्मसमर्पण का उद्देश्य—शांति की राह पर लौटना
पुलिस और प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे “नई दिशा” आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास अभियान के अंतर्गत बैजनाथ सिंह ने समाज की मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। सरकार द्वारा जारी आत्मसमर्पण नीति के अनुसार उसे पुनर्वास लाभ, आर्थिक सहायता, रोजगार प्रशिक्षण, और अन्य जरूरी सहयोग प्रदान किया जाएगा।
डीआईजी नौशाद आलम ने कहा: “यह आत्मसमर्पण पुलिस और समाज के बीच मजबूत हुए विश्वास का परिणाम है। यह जिला में शांति स्थापना और विकास के रास्ते को और मजबूत करता है।”
एसपी कुमार गौरव ने कहा: “हमारी रणनीति का मुख्य उद्देश्य है कि युवा गुमराह न हों और जो रास्ता भटक चुके हैं, उन्हें सम्मानजनक वापसी का अवसर मिले।”
पुलिस और जनसहयोग से मिली ‘नई दिशा’ को सफलता
“नई दिशा” अभियान लातेहार जिले में सरकार और पुलिस द्वारा चलाया जा रहा एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है, जो उग्रवादियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित करता है और मुख्यधारा में लौटने के लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करता है। इस अभियान के तहत पिछले कुछ महीनों में कई उग्रवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जिससे आम जनता में सुरक्षा और स्थायित्व की भावना बढ़ी है।
न्यूज़ देखो: उग्रवाद से शांति की ओर एक निर्णायक मोड़
लातेहार जैसे संवेदनशील जिले में जब वर्षों से वांछित उग्रवादी पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करता है, तो यह सिर्फ एक खबर नहीं बल्कि बदलाव का संकेत होता है। यह उस सतत प्रयास और भरोसे का परिणाम है जो पुलिस, प्रशासन और स्थानीय जनता ने मिलकर बनाया है। “नई दिशा” जैसे अभियानों की सफलता बताती है कि हथियार छोड़कर भी सम्मान और सुरक्षा पाई जा सकती है। न्यूज़ देखो ऐसे सकारात्मक बदलावों को जनता तक पहुंचाकर उनका महत्व बढ़ाने का काम करता रहेगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
नागरिकों को देना होगा सकारात्मक बदलाव में साथ
समाज को शांति, विकास और स्थायित्व की दिशा में आगे ले जाने के लिए हमें हर सकारात्मक कदम का समर्थन करना होगा। ऐसे आत्मसमर्पण सिर्फ एक व्यक्ति का बदलाव नहीं, बल्कि पूरे समाज की जीत होती है। आइए, जागरूक बनें, पुलिस-प्रशासन का सहयोग करें और युवाओं को हिंसा नहीं, शिक्षा और रोजगार की राह दिखाएं।
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