
#गढ़वा #महायज्ञ_तैयारी : 08 से 16 मार्च 2026 तक होने वाले नौ-कुंडीय रुद्र महायज्ञ को सफल बनाने हेतु जोबरईया में पहली बैठक आयोजित
- जागृति युवा क्लब, जोबरईया ने महायज्ञ के लिए ग्रामीणों के साथ बैठकों की शुरुआत की।
- 08–16 मार्च 2026 तक नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में होगा नौ-कुंडीय श्री रुद्र महायज्ञ।
- 10 दिसंबर 2025 को भव्य हनुमत ध्वजारोहण, गाजे-बाजे के साथ शोभायात्रा निकलेगी।
- आयोजन के लिए 21 विभाग और 108 सदस्यीय टीम गठित करने की तैयारी।
- कई ग्रामीणों ने यजमान बनने में रुचि दिखाई, अंतिम दिन भंडारा व भक्ति जागरण भी होगा।
जागृति युवा क्लब, जोबरईया ने आगामी विराट श्री रुद्र नौ-कुंडीय महायज्ञ की तैयारियों को लेकर ग्रामीणों की बैठकें प्रारंभ कर दी हैं। नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में 08 मार्च से 16 मार्च 2026 तक आयोजित होने वाले इस महायज्ञ को लेकर ग्राम जोबरईया के बरगाछ चबूतरा स्थित छठघाट के पास पहली बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ अभिभावक गौरी शंकर प्रसाद ने की, जबकि संचालन क्लब अध्यक्ष जितेंद्र कुमार पाल ने किया।
महायज्ञ की विस्तृत योजना पर चर्चा
अध्यक्ष जितेंद्र कुमार पाल ने बताया कि पूरा आयोजन आचार्य श्रीश्री आशीष वैद्य जी महाराज के सानिध्य में संपन्न होगा। उन्होंने बताया कि महायज्ञ का शुभारंभ 10 दिसंबर 2025 को होने वाले भव्य हनुमत ध्वजारोहण से होगा। ध्वज को सैकड़ों श्रद्धालु गेरुआ या पीले वस्त्र धारण कर गाजे-बाजे के साथ यज्ञस्थल एवं सभी देवस्थानों तक ले जाएंगे, पूजा-अर्चना के बाद ध्वज का अधिष्ठापन किया जाएगा। इसी दिन से यज्ञ संबंधी सभी कार्य प्रारंभ कर दिए जाएंगे।
21 विभाग और 108 सदस्यों की टीम
क्लब के कोषाध्यक्ष विवेकानंद पाल ने बताया कि महायज्ञ के संचालन के लिए लगभग 21 विभाग बनाए जाएंगे। इनमें से प्रत्येक विभाग में जिम्मेदारियों के आधार पर 108 सदस्यों की एक बड़ी टीम शामिल होगी। सभी सदस्यों को उनकी रुचि और क्षमता के अनुसार विभागीय दायित्व दिए जाएंगे।
नौ-कुंडीय महायज्ञ, यजमानों के चयन की प्रक्रिया
सलाहकार ओमप्रकाश पाल ने कहा कि इस बार महायज्ञ नौ-कुंडीय होगा, और प्रत्येक हवन कुंड पर आहुतियों के लिए अलग-अलग यजमान नियुक्त किए जाएंगे। इस प्रस्ताव का ग्रामीणों ने स्वागत किया और रणविजय पाल, रमेश अग्रवाल, भूदेव पाल, विवेकानंद पाल और राजेश कुमार पाल ने यजमान बनने की अपनी सहमति दी।
कथा, भंडारा और भक्ति जागरण भी होगा
बैठक में बताया गया कि यज्ञ अवधि के दौरान प्रतिदिन कथावाचन का आयोजन होगा। अंतिम दिन महाप्रसाद भंडारा और रात्रि में भक्ति जागरण का कार्यक्रम भी रखा जाएगा। समिति ने सभी ग्रामीणों से सहयोग, सहभागिता और श्रमदान की अपील की।
बड़ी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति
बैठक में रणविजय पाल, अजय पाल, महेंद्र पाल, विजय पाल, अक्षय ठाकुर, अखिलेश ठाकुर, संतोष कुँवारा, श्रवण राम, आनंद चंद्रवंशी, रमेश अग्रवाल, नारायण कुशवाहा, राजू राय, डॉ. सत्येंद्र पाल, करमूं पाल, जयप्रकाश पाल, गोपाल पाल, धनंजय चंद्रवंशी समेत सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे। जागृति युवा क्लब के वरिष्ठ और युवा सदस्य भी बैठक में शामिल रहे।
अंत में सभाध्यक्ष गौरी शंकर प्रसाद ने कहा कि “महायज्ञ का आयोजन एक विशाल और चुनौतीपूर्ण कार्य है। इसकी सफलता के लिए हर व्यक्ति की भागीदारी जरूरी है।” धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक सम्पन्न हुई।

न्यूज़ देखो: आस्था और जनसहभागिता का अनोखा संगम
जागृति युवा क्लब की ओर से शुरू की गई यह पहल स्थानीय जनसहयोग की शक्ति को दर्शाती है। महायज्ञ जैसा बड़ा धार्मिक आयोजन तब ही सफल होता है जब ग्रामीण समुदाय एक साथ आए। योजनाबद्ध तैयारी, विभागीय जिम्मेदारी और व्यापक सहभागिता से यह आयोजन सांस्कृतिक एकता का बड़ा उदाहरण बन सकता है।
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जनभागीदारी से बनता है आयोजन सफल
धार्मिक आयोजन सिर्फ पूजा-अर्चना नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने का माध्यम होते हैं। आप भी अपनी भूमिका निभाएं—सहयोग करें, स्वेच्छा से सेवा दें और इस महायज्ञ को सफल बनाने में योगदान दें।
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