Site icon News देखो

गढ़वा में जय मां शेरावाली संघ के भव्य दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन, श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन कर उत्सव में लिया भाग

#गढ़वा #धार्मिक_उत्सव : भगलपुर टंडवा में सप्तमी के अवसर पर दुर्गा पूजा पंडाल का भव्य उद्घाटन, श्रद्धालुओं ने मां शेरावाली के दर्शन किए

गढ़वा के भगलपुर टंडवा में जय मां शेरावाली संघ के भव्य दुर्गा पूजा पंडाल का सप्तमी के अवसर पर उद्घाटन किया गया। समारोह का फीता उपायुक्त दिनेश यादव, एसडीओ संजय कुमार और एसपी अमन कुमार ने काटकर शुभारंभ किया। इस अवसर पर शहर की प्रमुख हस्तियों को चुनरी ओढ़ाकर सम्मानित किया गया, जिनमें राकेश पाल, विजय केशरी और राधा दीदी प्रमुख थे।

आयोजन और पंडाल की व्यवस्था

भव्य पंडाल में मां दुर्गा की दिव्य प्रतिमा स्थापित की गई थी, जिसके दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रही। दर्शन के बाद सभी ने पंडाल में आयोजित भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। विशेष रूप से भंडारे की व्यवस्था किन्नर समाज द्वारा की गई, जिसका नेतृत्व राधा दीदी और उनकी सहेलियों ने किया।

कार्यक्रम की सफलता में संघ के कार्यकर्ताओं और संरक्षकों का विशेष योगदान रहा। पंडाल संचालन और व्यवस्था में प्रमुख योगदान देने वाले लोग थे – संयोजक दौलत सोनी, अध्यक्ष सुनील कुमार, उपाध्यक्ष चंदन पासवान, चंदन गुप्ता, महिपाल कुमार, कोषाध्यक्ष आनंद कुमार, सचिव विशाल गुप्ता, मीडिया प्रभारी सोनू कुमार, मंत्री शनि कुमार, उज्जवल कुमार, अविनाश रेड्डी, पंकज विश्वकर्मा, रोहित कुमार, पंकज कुमार, राहुल कुमार, संगठन मंत्री आकाश गुप्ता, सदस्य शुभमस सोनी, अमन कुमार, रवि रंजन कुमार, भारत पासवान, शिवम कुमार

मुख्य पुजारी के रूप में पंकज विश्वकर्मा और उत्तम कुमार ने धार्मिक अनुष्ठान का संचालन किया। अन्य प्रमुख सलाहकारों में मुकेश कुशवाहा, दिनेश गुप्ता, संत कुमार गुप्ता, संजय चौधरी, प्रहलाद विश्वकर्मा, मोतीचंद प्रसाद, राहुल मेहता और शिवम मेहता उपस्थित थे।

श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया

स्थानीय श्रद्धालुओं ने कहा कि संघ और आयोजकों की मेहनत से पंडाल इस साल भी भव्य और आकर्षक बना। उन्होंने यह भी बताया कि इस तरह के धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम न केवल आस्था को प्रबल करते हैं, बल्कि समाज में सौहार्द और भाईचारे की भावना को भी मजबूत करते हैं।

न्यूज़ देखो: धार्मिक आयोजनों से सामाजिक एकता और आस्था का संदेश

यह भव्य दुर्गा पूजा कार्यक्रम यह स्पष्ट करता है कि स्थानीय संघ और समाज के कार्यकर्ता मिलकर धार्मिक आयोजनों को न केवल भव्य बनाते हैं, बल्कि समाज में भाईचारे और सहयोग की भावना भी बढ़ाते हैं। ऐसे आयोजन सामाजिक जागरूकता और सांस्कृतिक चेतना के लिए महत्वपूर्ण हैं।

हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

सामाजिक सहभागिता और आस्था को सशक्त बनाएं

धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में सहभागिता केवल श्रद्धा का प्रदर्शन नहीं, बल्कि समाज में मेलजोल और सामूहिकता का प्रतीक भी है। अपने समुदाय में सक्रिय रहें, अपने अनुभव साझा करें, इस खबर को शेयर करें और सामाजिक एकता तथा सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने में योगदान दें।

📥 Download E-Paper

Exit mobile version