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ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल में जन्माष्टमी महोत्सव, राधा-कृष्ण झांकियों और नृत्यों से गूंजा प्रांगण

#गढ़वा #जन्माष्टमी : भक्ति और सांस्कृतिक रंगों से सजा विद्यालय

14 अगस्त 2025 को टंडवा नारायणपुर स्थित ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल में जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। विद्यालय परिसर भक्ति और उल्लास के रंगों से भर गया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्रधानाचार्य बाला भास्कर चंदरुडु ने दीप प्रज्वलन कर की, जिसके बाद भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना संपन्न हुई।

भक्ति और सौंदर्य का संगम— राधा-कृष्ण झांकियां

विद्यालय प्रांगण में बच्चों द्वारा प्रस्तुत राधा-कृष्ण झांकियों ने सभी का मन मोह लिया। मृगनयनी राधा और अलबेला कान्हा के रूप में सजे बच्चों की छवियों ने वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया। दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से बच्चों का उत्साह बढ़ाया।

नृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की धूम

जन्माष्टमी थीम पर सजाए गए मंच पर सभी वर्गों के छात्रों ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुतियां दीं। भजन, नृत्य और लीलाओं के माध्यम से श्रीकृष्ण के प्रेम, त्याग और अद्भुत लीलाओं को जीवंत किया गया। कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने अपनी कला और समर्पण से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

प्रधानाचार्य का संदेश— कृष्ण से सीखें प्रेम और त्याग

कार्यक्रम के दौरान प्रधानाचार्य बाला भास्कर चंदरुडु ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जीवन प्रेम, त्याग और सच्चाई का प्रतीक है। उन्होंने बच्चों से आग्रह किया कि वे इन मूल्यों को अपने जीवन में उतारें और समाज में सकारात्मक बदलाव के वाहक बनें।

शुभकामनाएं और प्रतिबद्धता

विद्यालय प्रबंधन समिति और प्रधानाचार्य ने सभी को जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि विद्यालय परिवार बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है और ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों से बच्चों में नैतिक व सामाजिक मूल्यों का विकास होता है।

सभी की सहभागिता

कार्यक्रम में विद्यालय के सभी शिक्षकगण, कर्मचारी और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। सभी ने उत्सव का आनंद लिया और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की यादगार झलकियों को अपने दिल में संजो लिया।

न्यूज़ देखो: परंपरा और शिक्षा का अद्भुत संगम

ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल में जन्माष्टमी उत्सव ने यह साबित किया कि शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक मूल्यों के पोषण से भी जुड़ी है। बच्चों की रचनात्मकता और उत्साह ने कार्यक्रम को यादगार बना दिया। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

संस्कृति से जुड़े, मूल्यों को अपनाएं

ऐसे आयोजन हमें अपनी जड़ों से जोड़ते हैं और नई पीढ़ी को परंपराओं से अवगत कराते हैं। आइए, हम भी अपने घर और समाज में प्रेम, त्याग और सत्य के मूल्यों को अपनाएं। इस खबर को साझा करें, ताकि और लोग भी इस प्रेरणादायी सांस्कृतिक माहौल से जुड़ सकें।

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