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गढ़वा में जनता दरबार: आमजनों की समस्याओं पर उपायुक्त ने दिए त्वरित निर्देश

#गढ़वा #जनता_दरबार : शिकायतों के समाधान को लेकर प्रशासन की गंभीर पहल।

प्रशासनिक पारदर्शिता की ओर कदम: जनता दरबार का महत्व

गढ़वा जिले के समाहरणालय सभागार में उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी दिनेश कुमार यादव की अध्यक्षता में जनता दरबार का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य आमजनों की समस्याओं को सुनना और उनके समाधान के लिए त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करना था। जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए नागरिकों ने अपनी शिकायतें उपायुक्त के समक्ष रखीं।

मौके पर सुनवाई और कार्रवाई

उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने सभी शिकायतों को गंभीरता से सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। कई मामलों में तत्काल समाधान के लिए कदम उठाए गए

उपायुक्त श्री यादव ने कहा: “जनहित से जुड़ी शिकायतों का निपटारा प्राथमिकता से होना चाहिए। जिला प्रशासन पूरी तरह से जनता के साथ है।”

उन्होंने स्पष्ट किया कि जनता दरबार का उद्देश्य पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन सुनिश्चित करना है।

सामने आई प्रमुख शिकायतें

पिपरी कला में गैर मजरूआ भूमि पर अतिक्रमण

बिशुनपुरा प्रखंड के विनोद प्रजापति और जगदीश प्रजापति ने शिकायत की कि गांव की गैर मजरूआ भूमि (खाता 309, प्लॉट 1137, रकबा लगभग 10 डिसमिल) पर कुछ लोगों द्वारा अबुआ आवास योजना के तहत मकान बनाया जा रहा है। उन्होंने प्रशासन से उक्त भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने का आग्रह किया।

भरटिया में सीमांकन लंबित

सदर प्रखंड के ब्रिज किशोर तिवारी ने अपनी रैयती भूमि (प्लॉट संख्या 95, 134 और 361) का सीमांकन नहीं होने की शिकायत की। उन्होंने आरोप लगाया कि अंचल अधिकारी एवं अमीन भू-माफियाओं के साथ मिलीभगत कर मामले को टाल रहे हैं, जबकि सीमांकन शुल्क पहले ही जमा कर दिया गया है।

अनुकंपा नियुक्ति की मांग

कांडी प्रखंड की कालिंदा देवी ने आवेदन देकर बताया कि उनके पति स्व. सुरेश राजवार, जो बरडीहा प्रखंड में अनुसेवक थे, का 15 जुलाई 2021 को निधन हो चुका है। उन्होंने अपने पति के स्थान पर अनुकंपा आधारित नियुक्ति की मांग की।

अंबेडकर आवास योजना में मदद

विशुनपुरा प्रखंड की सुनीता कुमारी ने बताया कि वे गरीब और असहाय हैं और उनके पास रहने के लिए घर नहीं है। उन्होंने अंबेडकर आवास योजना का लाभ प्रदान करने का अनुरोध किया।

स्पॉन्सरशिप स्कीम में आवेदन

सदर प्रखंड की ज्योति केसरी ने बताया कि पति की मृत्यु के बाद वे आर्थिक संकट में हैं और बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। उन्होंने स्पॉन्सरशिप स्कीम के तहत मदद की मांग की।

जनता दरबार की अहमियत

इस तरह के आयोजन से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन जनता की समस्याओं को गंभीरता से ले रहा है। प्रत्यक्ष संवाद के माध्यम से शिकायतों का समाधान तेजी से हो पाता है, जिससे आम लोगों में प्रशासन के प्रति भरोसा बढ़ता है।

न्यूज़ देखो: जनता की आवाज को मिला मंच

गढ़वा में आयोजित जनता दरबार ने एक बार फिर साबित किया कि सरकार की योजनाओं और अधिकारों तक पहुंच तभी संभव है जब प्रशासन पारदर्शी और जवाबदेह हो। जनता दरबार न केवल शिकायतों का समाधान करता है, बल्कि लोगों को यह भरोसा दिलाता है कि उनकी आवाज सुनी जा रही है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

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