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गिरिडीह समाहरणालय में हंगामा करने वाला जवान निलंबित, पुलिस विभाग की सख्त कार्रवाई

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#गिरिडीह #पुलिसकार्यवाही – जवान की बर्खास्तगी की मांग उठी, समाहरणालय परिसर की सुरक्षा पर भी उठे सवाल

  • गिरिडीह समाहरणालय में जवान रंजीत कुमार यादव ने किया हंगामा
  • एसपी डॉ. बिमल कुमार ने जवान को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया
  • घटना के वक्त उपायुक्त कार्यालय परिसर में मची अफरा-तफरी
  • पुलिस अधिकारियों ने जवान को पुलिस लाइन भेजने के बाद की कार्रवाई
  • समाहरणालय में सुरक्षा व्यवस्था और अनुशासन को लेकर उठे सवाल
  • जिला पुलिस बल की छवि पर पड़ी आंच, विभागीय जांच शुरू

जब समाहरणालय परिसर बना हंगामे का केंद्र

गिरिडीह जिला समाहरणालय में सोमवार की दोपहर उस वक्त हड़कंप मच गया जब जिला बल में तैनात आरक्षी रंजीत कुमार यादव ने बेखौफ होकर हंगामा करना शुरू कर दिया। हंगामा उपायुक्त कार्यालय के बाहर हुआ, जहां आमतौर पर प्रशासनिक गतिविधियां चलती हैं।

घटना की जानकारी मिलते ही मुफस्सिल थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर श्याम किशोर महतो तुरंत समाहरणालय पहुंचे और जवान को शांत कराने की कोशिश की। लेकिन जवान बिल्कुल भी काबू में नहीं आ रहा था।

“हमने जवान को काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वह बार-बार उत्तेजित हो रहा था।”
श्याम किशोर महतो (थाना प्रभारी)

पुलिस अधीक्षक ने दिखाई तत्परता, तुरंत लिया एक्शन

घटना की सूचना मिलते ही गिरिडीह के पुलिस अधीक्षक डॉ. बिमल कुमार ने बिना देरी किए जवान के खिलाफ सख्त निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि जवान का व्यवहार पुलिस बल की गरिमा के खिलाफ है और तुरंत निलंबन का आदेश दिया गया।

“जिला बल के आरक्षी रंजीत कुमार यादव द्वारा समाहरणालय में अनुशासनहीनता की घटना गंभीर है। उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।”
डॉ. बिमल कुमार (एसपी, गिरिडीह)

आचरण पर उठे सवाल, विभागीय जांच की मांग

इस घटना के बाद पुलिस विभाग के अंदर भी जवानों की मानसिक स्थिति और अनुशासन पर बहस छिड़ गई है। सवाल उठाए जा रहे हैं कि एक जवान इतने संवेदनशील स्थान पर इस तरह का व्यवहार कैसे कर सकता है। कुछ अधिकारियों का मानना है कि जवानों की नियमित काउंसलिंग और व्यवहारिक प्रशिक्षण की आवश्यकता है।

डीसी-एसपी कार्यालय के सामने बन गई चर्चा की वजह

घटना के बाद जिले के प्रशासनिक गलियारों में इस बात की व्यापक चर्चा हुई। कई अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की मांग कर रहे हैं ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। यह घटना आम जनता के बीच भी चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि समाहरणालय जैसे स्थान पर सुरक्षा की जिम्मेदारी जिन पर है, वही अनुशासनहीनता कर रहे हैं।

न्यूज़ देखो : प्रशासनिक व्यवस्था पर पैनी नज़र

‘न्यूज़ देखो’ गिरिडीह जैसे संवेदनशील जिलों में हो रहे हर प्रशासनिक घटनाक्रम पर गहरी नजर रखता है। जवानों की अनुशासनहीनता, पुलिस कार्यशैली और नागरिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर हमारी टीम आपको समय पर, सटीक और तथ्यात्मक जानकारी देती रहेगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

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Surendra Verma

डुमरी, गिरिडीह

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