#गढ़वा #स्वास्थ्य_कर्मचारी : गढ़वा सदर अस्पताल परिसर में एंबुलेंस कर्मचारियों की समस्याओं और लंबित मांगों पर चर्चा, सरकार को चेतावनी
- गढ़वा सदर अस्पताल परिसर में झारखंड प्रदेश एंबुलेंस कर्मचारी संघ की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई।
- बैठक की अध्यक्षता भारतीय मजदूर संघ, झारखंड प्रदेश के संगठन मंत्री बृजेश कुमार ने की।
- कर्मचारियों ने वेतन वृद्धि, समय पर भुगतान, पीएफ, ईएसआईसी, जीवन बीमा और जर्जर एंबुलेंसों की मरम्मत सहित लंबित मांगों पर चिंता जताई।
- प्रदेश अध्यक्ष नीरज तिवारी ने कहा कि सरकार के आदेशों की अवहेलना की जा रही है और कर्मचारियों को उनका हक नहीं मिल रहा।
- यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो संघ राज्य सरकार के आवासीय परिसरों का घेराव आंदोलन करेगा।
गढ़वा में झारखंड प्रदेश एंबुलेंस कर्मचारी संघ ने सदर अस्पताल परिसर में बैठक कर कर्मचारियों की लंबित समस्याओं और मांगों पर चर्चा की। बैठक में कर्मचारियों ने बताया कि कुछ माह पूर्व हुई हड़ताल और सरकार के साथ समझौता बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य विभाग) श्री अजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में उनकी कई मांगों को स्वीकार किया गया था। इनमें वेतन वृद्धि, समय पर भुगतान, पीएफ, ईएसआईसी, जीवन बीमा की सुविधा और जर्जर एंबुलेंसों की मरम्मत शामिल हैं, लेकिन अब तक उन निर्णयों को लागू नहीं किया गया है।
बैठक में उठाई गई प्रमुख समस्याएं
बैठक में उपस्थित कर्मचारियों ने बताया कि लगातार जनहित में सेवा देने के बावजूद उन्हें उनकी मूलभूत सुविधाएं और अधिकार नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि:
नीरज तिवारी ने कहा: “सरकार के आदेशों की अवहेलना सम्मान फाउंडेशन संस्था, रांची द्वारा की जा रही है। कर्मचारियों को उनका हक नहीं मिल रहा जबकि वे लगातार जनहित में कार्य कर रहे हैं।”
कर्मचारियों का कहना है कि केवल आश्वासन अब पर्याप्त नहीं हैं, बल्कि ठोस कार्रवाई की आवश्यकता है।
संघ की चेतावनी और अगली कार्रवाई
बैठक में संगठन मंत्री बृजेश कुमार ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि सरकार ने शीघ्र ही सहमति के बिंदुओं को लागू नहीं किया, तो संघ राज्य सरकार के आवासीय परिसरों का घेराव आंदोलन करेगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को अब सिर्फ आश्वासन नहीं, बल्कि त्वरित और ठोस कदम की आवश्यकता है।
साथ ही संघ की ओर से अपर मुख्य सचिव श्री अजय कुमार सिंह को विस्तृत ज्ञापन-पत्र भेजा गया है और उनसे व्यक्तिगत रूप से भेंट का समय मांगा गया है ताकि समस्याओं को प्रत्यक्ष रूप से रखा जा सके।
न्यूज़ देखो: गढ़वा एंबुलेंस कर्मचारियों की लंबित मांगों पर दबाव बढ़ा
यह बैठक स्पष्ट संदेश देती है कि स्वास्थ्य सेवा में लगे कर्मचारियों के अधिकारों की अनदेखी नहीं की जा सकती। यदि सरकार ने शीघ्र कार्यवाही नहीं की, तो आंदोलन की संभावना बढ़ जाएगी। यह घटना कर्मचारियों की सेवाओं के महत्व और उनके हक की मांग को उजागर करती है।
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कर्मचारी अधिकार और जवाबदेही का समर्थन
स्वास्थ्य क्षेत्र में सेवा देने वाले कर्मचारियों की समस्याओं को गंभीरता से समझना और उनके अधिकारों की रक्षा करना आवश्यक है। अपने विचार कमेंट में साझा करें, इस खबर को शेयर करें और सभी सरकारी कर्मचारियों के हक के प्रति जागरूकता फैलाएं।