#गिरिडीह #शोकसभा — 241 यात्रियों की मौत पर यूनियन कार्यालय में भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित
- रेलवे गेट रांगामाटी स्थित यूनियन कार्यालय में आयोजित हुई श्रद्धांजलि सभा
- केंद्रीय अध्यक्ष गंगाधर महतो सहित यूनियन के शीर्ष पदाधिकारी रहे मौजूद
- हादसे में मृत सभी यात्रियों की आत्मा की शांति के लिए की गई प्रार्थना
- संगठन के सदस्यों ने सामूहिक रूप से मौन रख जताया दुख
- सरकार से विमान सुरक्षा प्रबंधन की पुनः समीक्षा की मांग उठी
यूनियन कार्यालय में भावपूर्ण श्रद्धांजलि
गिरिडीह। अहमदाबाद विमान हादसे में 241 यात्रियों की दर्दनाक मौत को लेकर झारखंड एकता किसान मजदूर यूनियन की ओर से रेलवे गेट, रांगामाटी इसरी बाजार स्थित प्रधान कार्यालय में गंभीर शोक सभा एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सभा की शुरुआत मृत यात्रियों की आत्मा की शांति हेतु दो मिनट के मौन से की गई, जिसके बाद सभी ने दुख व्यक्त करते हुए ईश्वर से मृतकों के परिजनों को संबल देने की प्रार्थना की।
शीर्ष नेतृत्व रहा उपस्थित
इस श्रद्धांजलि सभा में यूनियन के प्रमुख पदाधिकारीगण मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख रूप से:
केंद्रीय अध्यक्ष गंगाधर महतो,
केंद्रीय उपाध्यक्ष भगतु रविदास उर्फ रवि कुमार,
केंद्रीय महासचिव रवींद्र कुमार,
केंद्रीय कोषाध्यक्ष नुनूचन्द महतो,
केंद्रीय सदस्य डालेशवर महतो,
प्रखंड अध्यक्ष राजेंद्र यादव,
प्रखंड महासचिव भुवनेश्वर रविदास,
प्रखंड सचिव छोटन विश्वकर्मा,
जिला सदस्य अमृत रविदास,
प्रखंड उपाध्यक्ष महेंद्र साव,
प्रखंड कोषाध्यक्ष सुरेश ठाकुर,
संगठन मंत्री निरंजन शर्मा,
संगठन महामंत्री मोती रविदास,
उपसचिव अजीत कुमार,
बजरंगी कुमार, सीताराम यादव, राम प्रसाद मंडल, दिलीप पांडे, रूपेश कुमार, कारू मियां समेत अन्य कई कार्यकर्ता शामिल हुए।
न्यूज़ देखो: शोक में डूबा गिरिडीह, संवेदना ही सबसे बड़ी शक्ति
न्यूज़ देखो उन सभी दिवंगत आत्माओं को नमन करता है, जिनकी जान अहमदाबाद विमान हादसे में गई।
झारखंड एकता किसान मजदूर यूनियन द्वारा श्रद्धांजलि सभा आयोजन इस बात का प्रतीक है कि आपदा की इस घड़ी में पूरा समाज एकजुट है।
हमारी टीम इस घटना की हर अपडेट पर नजर बनाए रखेगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सामूहिक संवेदना से उपजे बदलाव की उम्मीद
इस भयावह हादसे ने विमानन क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
संगठनों, जनप्रतिनिधियों और सरकार को मिलकर विमान यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कठोर कदम उठाने होंगे, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।