
#रांची #खेल : महिला फुटबॉल को गाँव-गाँव तक पहुँचाने और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का संकल्प
- गुंजन सिंह बनीं झारखंड की चेयरमैन।
- सुधीर चंद्रवंशी को मिला प्रदेश उपाध्यक्ष का दायित्व।
- मो. क़ासिम अंसारी ने किया नई कार्यकारिणी का ऐलान।
- गाँव-गाँव महिला फुटबॉल को बढ़ावा देने की योजना।
- प्रतिभा और पारदर्शिता को रखा जाएगा प्राथमिकता।
रांची में मंगलवार को आयोजित ऐतिहासिक बैठक में झारखंड के लिए ऑल इंडिया महिला फुटबॉल फेडरेशन की नई कार्यकारिणी की घोषणा की गई। इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष मो. क़ासिम अंसारी ने सर्वसम्मति से गुंजन सिंह को झारखंड की चेयरमैन और सामाजिक व खेल गतिविधियों में सक्रिय सुधीर कुमार चंद्रवंशी को प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त किया।
झारखंड में खेल प्रतिभाओं की नई उम्मीद
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पदाधिकारियों को गुलदस्ता भेंट कर सम्मानित किया और कहा कि झारखंड की बेटियाँ फुटबॉल में असाधारण प्रतिभा रखती हैं। यदि उन्हें सही मंच और सहयोग मिले तो राज्य से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी निकल सकती हैं। बैठक में निर्णय हुआ कि शेष पदाधिकारी उचित प्रक्रिया से चुने जाएंगे ताकि संगठन में योग्यता और पारदर्शिता बनी रहे।
सुधीर चंद्रवंशी की प्राथमिकता
झारखंड प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त होने के बाद सुधीर चंद्रवंशी ने मीडिया से बातचीत में कहा:
“हमारी कोशिश होगी कि गाँव की प्रतिभाशाली बेटियों को सामने लाया जाए और उनके भविष्य निर्माण में हर तरह की मदद की जाए। महिला फुटबॉल को राष्ट्रीय स्तर तक ले जाने के लिए हम सुविधाएँ और उच्चस्तरीय ट्रेनिंग उपलब्ध कराएँगे।”
गुंजन सिंह का संकल्प
चेयरमैन पद संभालते हुए गुंजन सिंह ने कहा:
“हमारा उद्देश्य है कि महिला फुटबॉल को जाति, दल और प्रांत से ऊपर उठाकर नई पहचान दी जाए। हुनरमंद बेटियों को बेहतर मंच दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।”
महिला फुटबॉल को नई ऊर्जा
बैठक में मो. मोइनुद्दीन खान, इज़हार रईस, मो. आरिफ खान, कृष्णा सिंह, फतेह अली और मो. सरफुद्दीन मौजूद रहे। सभी ने कहा कि यह निर्णय झारखंड की बेटियों के लिए ऐतिहासिक है और इससे महिला फुटबॉल को नई दिशा मिलेगी।
खेल और समाज में बदलाव की बयार
नई जिम्मेदारी मिलने से खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों में उत्साह है। झारखंड जैसे राज्य, जहाँ गाँव-गाँव फुटबॉल की गूंज सुनाई देती है, वहाँ महिला खिलाड़ियों के लिए यह पहल क्रांतिकारी साबित हो सकती है। अब बेटियाँ राज्य स्तर तक सीमित नहीं रहेंगी, बल्कि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में अपनी पहचान बनाएंगी।

न्यूज़ देखो: झारखंड से निकलेगी महिला फुटबॉल की नई क्रांति
यह घोषणा केवल संगठनात्मक बदलाव नहीं बल्कि समाज और खेल में सकारात्मक परिवर्तन की पहल है। गुंजन सिंह और सुधीर चंद्रवंशी जैसे सक्रिय नेताओं की अगुवाई में महिला फुटबॉल निश्चित ही नई ऊँचाइयाँ छुएगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
बेटियों को मिलेगा नया मंच
महिला फुटबॉल को लेकर झारखंड की यह ऐतिहासिक पहल साबित करेगी कि खेल समाज को जोड़ने और बदलाव लाने का सबसे सशक्त माध्यम है। अब समय है कि हम सब मिलकर इन प्रतिभाशाली बेटियों को प्रोत्साहित करें और उनके सपनों को नई उड़ान दें।
अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ साझा करें ताकि जागरूकता फैले।