
#पलामू #पत्रकारिता : वरिष्ठ पत्रकार अरुण सिंह के आकस्मिक निधन पर शोकसभा आयोजित, पत्रकारों ने किया नमन
- झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन पलामू इकाई के तत्वावधान में आयोजित हुई शोकसभा।
- छतरपुर के वरिष्ठ पत्रकार अरुण सिंह के आकस्मिक निधन पर जताया गया गहरा शोक।
- शोकसभा का आयोजन सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय परिसर में किया गया।
- शोकसभा की अध्यक्षता जेजेए पलामू जिला अध्यक्ष नितेश तिवारी ने की।
- डीपीआरओ डॉ. असीम कुमार समेत प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व डिजिटल मीडिया के पत्रकार रहे मौजूद।
झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन (जेजेए) पलामू इकाई की ओर से गुरुवार को छतरपुर के वरिष्ठ पत्रकार अरुण सिंह के आकस्मिक निधन पर एक शोकसभा का आयोजन किया गया। शोकसभा का आयोजन सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय परिसर में किया गया, जिसमें जिले के विभिन्न प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया से जुड़े पत्रकारों ने बड़ी संख्या में भाग लेकर दिवंगत पत्रकार को श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में शोक और संवेदना का वातावरण बना रहा।
श्रद्धांजलि सभा में पत्रकारों की बड़ी भागीदारी
शोकसभा की अध्यक्षता झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन के पलामू जिला अध्यक्ष नितेश तिवारी ने की। इस अवसर पर पलामू के जिला जनसंपर्क पदाधिकारी (डीपीआरओ) डॉ. असीम कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे। संगठन से जुड़े दो दर्जन से अधिक पत्रकारों ने शोकसभा में शामिल होकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
कार्यक्रम की शुरुआत दिवंगत पत्रकार अरुण सिंह के पत्रकारिता जीवन और उनके सामाजिक योगदान पर चर्चा से हुई। इसके बाद सभी उपस्थित पत्रकारों ने दो मिनट का मौन रखकर उन्हें नमन किया।
डीपीआरओ ने अरुण सिंह को बताया संवेदनशील पत्रकार
इस मौके पर डीपीआरओ डॉ. असीम कुमार ने शोक व्यक्त करते हुए कहा—
“अरुण सिंह एक मृदुभाषी, सरल और संवेदनशील पत्रकार थे। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका योगदान उल्लेखनीय रहा है। वे हमेशा सकारात्मक सोच के साथ खबरों को प्रस्तुत करते थे और समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी स्पष्ट दिखाई देती थी। उनका असमय जाना पत्रकारिता जगत और समाज दोनों के लिए अपूरणीय क्षति है।”
जेजेए अध्यक्ष बोले—पत्रकारिता मूल्यों के थे प्रतीक
झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन पलामू के जिला अध्यक्ष नितेश तिवारी ने कहा—
“अरुण सिंह एक अनुभवी और कर्मठ पत्रकार थे। उनके साथ काम करने का अनुभव हमेशा यादगार रहेगा। वे पत्रकारिता के मूल्यों और नैतिकता को सर्वोपरि रखते थे। युवा पत्रकारों के लिए वे मार्गदर्शक की भूमिका निभाते थे। उनका निधन पत्रकारिता जगत के लिए बड़ी क्षति है।”
जमीन से जुड़े पत्रकार के रूप में पहचान
शोकसभा में उपस्थित अन्य पत्रकारों ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि अरुण सिंह जमीन से जुड़े पत्रकार थे, जो आम लोगों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाते थे। निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता उनकी पहचान थी। उनका व्यवहार सहयोगात्मक था और वे हर किसी की मदद के लिए तत्पर रहते थे।
परिजनों के प्रति जताई गई संवेदना
कार्यक्रम के अंत में झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन पलामू इकाई की ओर से दिवंगत पत्रकार अरुण सिंह के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की गई। ईश्वर से प्रार्थना की गई कि वे इस दुख की घड़ी में परिवार को संबल प्रदान करें और दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।
शोकसभा में पूर्व जिला अध्यक्ष संतोष श्रीवास्तव, संरक्षक प्रफुल गिरी, कोषाध्यक्ष खुशी ठाकुर, प्रिंस शुक्ला, दीपक तिवारी, रवि भारती, निरंजन सिन्हा, मोहित सिंह, सौरव कुमार, चंदन कुमार, मुकेश कुमार, कृष्णा कुमार, सतीश मेहता, मनीष तिवारी सहित अनेक पत्रकार उपस्थित थे।
न्यूज़ देखो: पत्रकारिता जगत की अपूरणीय क्षति
वरिष्ठ पत्रकार अरुण सिंह का असमय निधन न केवल पलामू बल्कि पूरे झारखंड के पत्रकारिता जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। उनका निष्पक्ष लेखन, सामाजिक सरोकार और सरल स्वभाव लंबे समय तक याद किया जाएगा। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
कलम के सिपाही को नमन
सच्ची पत्रकारिता समाज की आवाज होती है।
अरुण सिंह जैसे पत्रकारों का योगदान अमूल्य है।
उनकी स्मृतियां युवा पत्रकारों को हमेशा प्रेरित करती रहेंगी।
आप भी अपने विचार साझा करें और इस श्रद्धांजलि को आगे तक पहुंचाएं।





