रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज अपने आवास पर राज्यभर से आईं पोषण सखी बहनों से मुलाकात की। उन्होंने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जब केंद्र सरकार ने हजारों पोषण सखियों से जुड़ी योजना को बंद कर दिया और आर्थिक सहायता से इनकार कर दिया, तब राज्य सरकार ने इन बहनों को पुनर्बहाल करने का कार्य किया।
मुख्यमंत्री ने पोषण सखियों की कठिनाइयों को समझते हुए कहा, “झारखंड सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि राज्य की बेटियों और बहनों का हक और अधिकार सुरक्षित रहे। आप सभी की मेहनत से ही राज्य में पोषण संबंधी कार्यक्रम सफल हो रहे हैं।“
इस दौरान पोषण सखी बहनों ने मुख्यमंत्री को आशीर्वाद और समर्थन देते हुए अपनी समस्याओं और अनुभव साझा किए। मुख्यमंत्री ने उनके काम की सराहना की और विश्वास दिलाया कि सरकार हमेशा उनके साथ खड़ी है।
पोषण सखी योजना का पुनर्बहाल
केंद्र सरकार द्वारा इस योजना को बंद करने के बाद राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से इस योजना को चालू रखा। इससे झारखंड की हजारों महिलाएं फिर से रोजगार पा सकीं।
इस मुलाकात में मुख्यमंत्री के साथ कल्याण मंत्री कल्पना सोरेन भी उपस्थित रहीं। उन्होंने भी पोषण सखियों की मेहनत की प्रशंसा की और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
मुख्य बातें:
- राज्य सरकार ने पोषण सखियों को पुनर्बहाल किया।
- केंद्र द्वारा योजना बंद करने के बावजूद झारखंड ने इसे जारी रखा।
- मुख्यमंत्री और पोषण सखियों के बीच विचार-विमर्श में योजनाओं की समीक्षा हुई।
झारखंड सरकार का यह कदम राज्य में पोषण स्तर को सुधारने और महिलाओं के रोजगार को सुरक्षित रखने की दिशा में एक बड़ी पहल है।