
#JharkhandNews – बालू के दाम 9 गुना तक बढ़े, अवैध कारोबार पर विपक्ष का हमला
- बालू घाट से रांची पहुंचते-पहुंचते कीमत ₹5000 से ₹45,000 तक हो जाती है।
- राज्य के 440 में से सिर्फ 31 बालू घाट कानूनी रूप से संचालित।
- नेता प्रतिपक्ष का आरोप – सरकार, माफिया और अधिकारियों की सांठगांठ से हो रही लूट।
- ईडी से हज़ारों करोड़ के इस घोटाले की जांच की मांग।
झारखंड में बालू की कालाबाजारी से जनता त्रस्त
झारखंड में निर्माण कार्यों के लिए जरूरी बालू अब आम लोगों की पहुंच से दूर होता जा रहा है। विपक्ष का कहना है कि बालू की कीमतों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी सरकार की मिलीभगत का नतीजा है।
“सिर्फ 60 किमी की दूरी में बालू के दाम 9 गुना तक बढ़ जाना कोई संयोग नहीं है, बल्कि एक संगठित माफिया तंत्र का प्रमाण है।”
- बाबूलाल मरांडी, नेता प्रतिपक्ष, झारखंड
उन्होंने आरोप लगाया कि बालू माफिया, ट्रांसपोर्टर, अधिकारी और दलाल मिलकर जनता से भारी रकम वसूल रहे हैं, जबकि सरकार आंखें मूंदे बैठी है।
बालू कारोबार में सरकार और माफिया का गठजोड़?
नेता प्रतिपक्ष ने दावा किया कि बालू घाटों से लेकर ट्रांसपोर्टिंग तक हर स्तर पर अवैध वसूली हो रही है। राज्य के 440 बालू घाटों में से सिर्फ 31 कानूनी रूप से संचालित हैं, जबकि बाकी घाट माफिया चला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बालू घाटों पर अवैध एंट्री, ट्रकों की पासिंग में अवैध वसूली और ब्लैक मार्केटिंग के जरिए लोगों से मनमाने पैसे वसूले जा रहे हैं।
ईडी से जांच की मांग, जनता को राहत कब?
बाबूलाल मरांडी ने ईडी से झारखंड के इस बड़े अवैध बालू कारोबार पर संज्ञान लेने और पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि अगर इस गोरखधंधे पर रोक नहीं लगी तो आम जनता को और ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, साथ ही राज्य को करोड़ों के राजस्व का नुकसान होता रहेगा।
“न्यूज़ देखो” – जनता की आवाज, सच्चाई की खोज!
झारखंड में बालू माफिया का जाल कब टूटेगा? क्या सरकार इस मुद्दे पर कार्रवाई करेगी या विपक्ष की मांग पर ईडी को जांच करनी पड़ेगी?
आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! कमेंट में बताएं – क्या बालू की कीमतों में यह बढ़ोतरी सुनियोजित लूट है?
हर जरूरी खबर के लिए ‘न्यूज़ देखो’ से जुड़े रहें, क्योंकि हम लाएंगे आपके लिए हर सच्ची और सबसे तेज़ खबर – “हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।”