झारखंड में जंगलराज: बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर बोला हमला

#रांची – झारखंड की कानून व्यवस्था पर बाबूलाल मरांडी का कड़ा बयान:

“झारखंड भय के अंधकार में डूबा” – मरांडी

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने राज्य की बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर हेमंत सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि झारखंड अपने इतिहास के सबसे भयावह दौर से गुजर रहा है

“यह वही धरती है, जहां कभी शहीदों के सपने पलते थे, जहां आदिवासी अस्मिता की गूंज सुनाई देती थी, लेकिन आज यह भय, अराजकता और अपराध के अंधकार में डूबी हुई है।”

मरांडी ने रांची में जूता दुकानदार भूपेश साहू की गला रेतकर हुई हत्या और भाजपा नेता अनिल टाइगर महतो की दिनदहाड़े हुई हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि राजधानी में खून बह रहा है और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है

“कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची”

मरांडी ने कहा कि झारखंड में अब अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि दिनदहाड़े हत्याएं हो रही हैं और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है

मरांडी ने दुमका में नाबालिग लड़की के साथ हुए वीभत्स अपराध का भी जिक्र किया और हेमंत सोरेन पर असंवेदनशीलता का आरोप लगाते हुए कहा कि—

“जब मुख्यमंत्री से इस पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उनका जवाब था — ‘ऐसी घटनाएं तो होती रहती हैं।'”

“हेमंत सरकार पूरी तरह फेल”

मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन ने चुनाव के दौरान शांति, सुरक्षा और विकास का वादा किया था, लेकिन आज झारखंड के हालात ठीक उलट हैं।

“अब बदलाव जरूरी” – जनता से अपील

मरांडी ने झारखंडवासियों से अपील करते हुए कहा—

“अब समय आ गया है कि हम इस जंगलराज के खिलाफ खड़े हों। यह सिर्फ एक राजनीतिक परिवर्तन की लड़ाई नहीं, बल्कि झारखंड को सुरक्षित, सम्मानजनक और समृद्ध भविष्य देने की लड़ाई है।”

उन्होंने माताओं, बहनों और युवाओं से एकजुट होकर हेमंत सरकार के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की और कहा कि—

“हमें इस भ्रष्ट और निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकना होगा, ताकि झारखंड फिर से सुरक्षित और खुशहाल बन सके।”

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झारखंड में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर बाबूलाल मरांडी के इस बयान ने राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आने वाले समय में यह मुद्दा राजनीतिक रूप से और गर्मा सकता है।
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