
हाइलाइट्स :
- बंगाल की खाड़ी से नमी और उत्तर भारत की ठंडी हवाओं का प्रभाव
- 22 मार्च को झारखंड के दक्षिणी हिस्सों में भारी बारिश की संभावना
- 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी हवा, ठनका गिरने का भी खतरा
- हजारीबाग में वज्रपात से एक की मौत, कई जिलों में ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद
- कृषि मंत्री और आपदा प्रबंधन मंत्री ने मुआवजे का भरोसा दिलाया
मौसम विभाग का अलर्ट
झारखंड का मौसम एक बार फिर करवट बदल गया है। बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और उत्तर भारत से आई ठंडी हवाओं के कारण राज्य में भारी बारिश और तेज़ हवाओं का असर देखा जा रहा है। 22 मार्च को पूरे झारखंड में अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिणी हिस्सों में कहीं-कहीं भारी बारिश, 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाएं और मेघ गर्जन के साथ ठनका गिरने की भी संभावना है।
अगले कुछ दिनों का मौसम अनुमान
23 मार्च से मौसम में थोड़ा सुधार की उम्मीद है, हालांकि कोल्हान और संताल परगना के इलाकों में बारिश और वज्रपात हो सकते हैं।
24 मार्च से राज्य में मौसम के साफ रहने का अनुमान है, लेकिन अगले तीन से चार दिनों में अधिकतम तापमान 4 से 6 डिग्री तक बढ़ सकता है।
नुकसान का सिलसिला जारी
20 मार्च से शुरू हुई बारिश शुक्रवार तक जारी रही। इस दौरान राज्य के कई हिस्सों में भारी नुकसान हुआ है। हजारीबाग में वज्रपात से एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं बेड़ो, लोहरदगा और गुमला में ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
किसानों के लिए राहत के प्रयास
कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि फसल नुकसान का आकलन शुरू कर दिया गया है और जल्द ही किसानों को मुआवजा राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
वहीं, आपदा प्रबंधन मंत्री इरफान अंसारी ने भी सरकार की ओर से उचित सहायता और मुआवजे का भरोसा दिलाया है।
मौसम और किसान पर संकट : ‘न्यूज़ देखो’ की नजर
क्या सरकार सभी प्रभावित किसानों तक मुआवजा समय पर पहुंचा पाएगी? क्या मौसम की इस मार के बीच किसान आगे की बुआई की योजना बना पाएंगे? इन सवालों पर ‘न्यूज़ देखो’ की लगातार नजर बनी रहेगी। हम आपको झारखंड मौसम अपडेट, किसानों की समस्याएं और सरकारी राहत योजनाओं से जुड़ी हर खबर सबसे पहले पहुंचाएंगे, क्योंकि हर खबर पर रहेगी हमारी नज़र।