#धनबाद #हिज्बउत्तहरीर — एटीएस की कार्रवाई में पति-पत्नी समेत चार संदिग्ध पकड़े गए, पहलगाम हमले से जोड़कर हो रही पूछताछ
- झारखंड एटीएस ने धनबाद से स्लीपर सेल के चार आतंकियों को किया गिरफ्तार
- पति-पत्नी समेत चार संदिग्ध आतंकियों से पाकिस्तान लिंक की जांच
- डीजीपी ने हिज्ब उत तहरीर को बताया ‘दिमाग में जहर घोलने वाला संगठन’
- आरोपियों से पूछताछ के लिए कोर्ट में रिमांड की अर्जी दाखिल
- सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को गुमराह कर रहा था आतंकी नेटवर्क
- गिरफ्तार संदिग्धों में अयान, शहजाद, शबनम और फैयाज शामिल
धनबाद में खुफिया दबिश: झारखंड एटीएस की बड़ी सफलता
झारखंड में आतंकी नेटवर्क की मौजूदगी को लेकर धनबाद में एटीएस की कार्रवाई ने सनसनी फैला दी है। शनिवार को की गई छापेमारी में हिज्ब उत तहरीर से जुड़े चार संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें एक दंपती भी शामिल है। एटीएस की टीम अब इनसे गहन पूछताछ कर रही है और पाकिस्तान कनेक्शन व पहलगाम हमले से संबंधों की भी जांच की जा रही है।
सूत्रों की मानें तो इन संदिग्धों से कई अहम सुराग मिलने की संभावना है, जिससे झारखंड में सक्रिय टेरर नेटवर्क की पूरी परतें खुल सकती हैं।
डीजीपी का सख्त संदेश: स्लीपर सेल से ज्यादा खतरनाक कोई नहीं
झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने हिज्ब उत तहरीर के आतंकियों को लेकर कड़ा बयान देते हुए कहा कि यह संगठन स्लीपर सेल की तरह काम करता है और समाज में जहर घोलने का काम करता है।
“ये आतंकी गोली से नहीं, बल्कि विचारों से लोगों को गुमराह करते हैं।”
— अनुराग गुप्ता, डीजीपी झारखंड
उन्होंने कहा कि देश की गोपनीय जानकारी को अपने आकाओं तक पहुंचाने वाला यह नेटवर्क समाज और देश दोनों के लिए बड़ा खतरा है। डीजीपी ने यह भी स्पष्ट किया कि चाहे कोई भी उम्र का हो, यदि वह आतंकी गतिविधियों में शामिल पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया बना रहा है युवाओं को शिकार
छानबीन में यह बात सामने आई है कि यह आतंकी संगठन झारखंड के युवाओं को सोशल मीडिया के जरिए जोड़ने में लगा हुआ था। धार्मिक कट्टरता फैलाकर युवाओं को गुमराह करना, राष्ट्र विरोधी भावना भरना और अवैध हथियारों की आपूर्ति करना इसकी प्रमुख गतिविधियां रही हैं।
“सोशल मीडिया पर सक्रिय ये लोग हजारों युवाओं को गुमराह कर सकते हैं, ऐसे लोगों को तुरंत जेल भेजा जाना चाहिए।”
— अनुराग गुप्ता, डीजीपी झारखंड
गिरफ्तार आरोपियों से कई बड़े खुलासों की उम्मीद
धनबाद से गिरफ्तार किए गए अयान जावेद, मोहम्मद शहजाद आलम, शबनम परवीन और फैयाज हुसैन को अब एटीएस कोर्ट से रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। इससे इनसे और भी गहन पूछताछ की जा सकेगी, जिसमें झारखंड में फैले टेरर नेटवर्क के नए चेहरों और ठिकानों का खुलासा हो सकता है।
सूत्रों के अनुसार, इन आतंकियों के जरिए राज्य में स्लीपर सेल की गतिविधियों और पाकिस्तान से मिले निर्देशों की जानकारी भी सामने आ सकती है।
न्यूज़ देखो : आतंक के हर सुराग पर पैनी निगाह
झारखंड में बढ़ती आतंकी गतिविधियों पर ‘न्यूज़ देखो’ की टीम की नजर लगातार बनी हुई है। हमारी कोशिश है कि आप तक सटीक, विश्वसनीय और समय पर हर जानकारी पहुंचे। चाहे स्लीपर सेल का नेटवर्क हो या सोशल मीडिया पर चल रहे आतंक के अभियान — हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
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