
#रांची #अपराध : एटीएस की बड़ी कामयाबी, झारखंड में दर्ज करीब 50 संगीन मामलों में वांछित अपराधी को विदेश से लाया गया
- कुख्यात अपराधी सुनील कुमार उर्फ मयंक सिंह का अजरबैजान से प्रत्यर्पण किया गया।
- एटीएस झारखंड रांची ने की यह ऐतिहासिक कार्रवाई।
- आरोपी पर रंगदारी, हत्या समेत करीब 50 मामले दर्ज।
- माननीय न्यायालय में आरोपी को किया गया प्रस्तुत।
- विदेश से प्रत्यर्पण का यह पहला मामला झारखंड पुलिस के इतिहास में दर्ज।
आज दिनांक 23 अगस्त 2025 झारखंड पुलिस के इतिहास में एक अहम पड़ाव साबित हुआ। राज्य के कुख्यात अपराधी सुनील कुमार उर्फ सुनील कुमार मीणा उर्फ मयंक सिंह को आखिरकार अजरबैजान गणराज्य से प्रत्यर्पण कर रांची लाया गया। यह कार्रवाई एटीएस झारखंड की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
अपराधों की लंबी फेहरिस्त
सुनील कुमार पर झारखंड के विभिन्न जिलों में रंगदारी, हत्या, लूटपाट और धमकी जैसे करीब 50 संगीन मामले दर्ज हैं। लंबे समय से वह फरार चल रहा था और पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ था। अपराध जगत में उसकी छवि भय और आतंक से जुड़ी हुई थी।
एटीएस की ऐतिहासिक सफलता
एटीएस की टीम ने लगातार प्रयास और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के जरिए आरोपी को अजरबैजान से प्रत्यर्पित कर भारत लाने में सफलता हासिल की। झारखंड पुलिस के इतिहास में यह पहला अवसर है जब किसी अपराधी को विदेश से लाकर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है।
न्यायालय में पेशी
आज रांची पहुंचते ही आरोपी को माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार अब उसके खिलाफ दर्ज सभी मामलों में तेजी से सुनवाई कराई जाएगी ताकि पीड़ित परिवारों को न्याय मिल सके।
न्यूज़ देखो: अपराध के विरुद्ध सख्ती और जनता में भरोसा
झारखंड पुलिस की इस सफलता ने न सिर्फ अपराधियों को चेतावनी दी है बल्कि आम जनता के मन में कानून व्यवस्था के प्रति भरोसा भी मजबूत किया है। विदेश से प्रत्यर्पण की यह कार्रवाई साबित करती है कि अपराध चाहे जितना बड़ा क्यों न हो, कानून की पकड़ से बचना असंभव है।
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अपराध मुक्त समाज की ओर कदम
यह कार्रवाई झारखंड को अपराध मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है। अब समय है कि हम सब कानून का सम्मान करें और समाज में शांति व सुरक्षा बनाए रखने में सहयोग करें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि जागरूकता फैले और अपराध के खिलाफ एकजुटता का संदेश पहुंचे।





