
#झारखंड #सुरक्षा_तैयारी : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर झारखंड पुलिस ने सीमावर्ती जिलों में अवैध शराब, मादक पदार्थ और हथियार तस्करी रोकने के लिए व्यापक सुरक्षा तैयारी की
- झारखंड पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसएसपी/एसपी को अलर्ट जारी किया।
- पलामू, गढ़वा, चतरा और कोडरमा जिलों में विशेष सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
- आईजी अभियान डॉक्टर माइकल राज के अनुसार अवैध कैश और मादक पदार्थों की तस्करी पर निगरानी बढ़ाई गई।
- आठ जिलों में चेक पोस्ट तैयार किए जा रहे हैं, बिहार पुलिस के साथ समन्वय स्थापित किया जाएगा।
- घाटशिला उपचुनाव को लेकर भी सुरक्षा और तस्करी रोकने की विशेष रणनीति बनाई गई।
- 11 बिंदुओं में सड़क, रेल मार्ग और मोबाइल चेक पोस्ट के माध्यम से निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने के आदेश जारी।
बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद झारखंड पुलिस ने सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर दिया है। पुलिस मुख्यालय ने सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे अवैध शराब, मादक पदार्थ और हथियारों की तस्करी पर विशेष नजर रखें। आईजी अभियान डॉ. माइकल राज ने बताया कि अवैध कैश और शराब तस्करी पर विशेष निगरानी रखी जा रही है और सभी तरह की रोकथामात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।
सीमावर्ती जिलों में सतर्कता
विशेष रूप से पलामू, गढ़वा, चतरा और कोडरमा जिलों में सतर्कता बढ़ाई गई है। इन जिलों में सीमावर्ती क्षेत्रों पर निगरानी बढ़ाने के लिए चेक पोस्ट बनाए जा रहे हैं। पुलिस ने सड़क और रेल मार्गों पर अवैध शराब और मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए मोबाइल चेक पोस्ट और स्थायी चेक पोस्ट लगाने के निर्देश दिए हैं।
आईजी अभियान डॉ. माइकल राज ने कहा: “बिहार विधानसभा चुनाव को निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और स्वच्छ रूप से संपन्न कराने के लिए सभी सीमावर्ती जिलों में निरोधात्मक कार्रवाई जारी रहेगी।”
इंटर-स्टेट और इंटर-डिस्ट्रिक्ट समन्वय
सीमावर्ती जिलों के पुलिस अधीक्षकों ने बिहार पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर इंटर-स्टेट बैठकें आयोजित करने की योजना बनाई है। इसके साथ ही इंटर-डिस्ट्रिक्ट बैठकें भी आयोजित कर अवैध गतिविधियों की रोकथाम के लिए रणनीति तय की जाएगी।
घाटशिला उपचुनाव की तैयारी
झारखंड पुलिस मुख्यालय ने घाटशिला में होने वाले उपचुनाव को लेकर भी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की है। अवैध मादक पदार्थ और हथियार तस्करी को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा और पुलिस द्वारा प्रभावी निगरानी सुनिश्चित की जाएगी।
11 बिंदुओं में कारवाई के आदेश
- अवैध शराब और मादक पदार्थ की तस्करी रोकने के लिए डीआईजी, एसएसपी और थाना स्तर पर समन्वय स्थापित करना।
- अंतर-राज्य सीमा क्षेत्रों और संभावित मार्गों पर विशेष योजना और चेक पोस्ट स्थापित करना।
- मोबाइल चेक पोस्ट के माध्यम से तस्करी रोकना।
- रेल मार्गों पर निगरानी और नियमानुसार कार्रवाई।
- सूचना संकलन और विशेष अभियान चलाना।
- अनुमंडल, थाना और जिला स्तर पर समन्वय कर कार्रवाई सुनिश्चित करना।
- तस्करों के खिलाफ खुफिया सूचना एकत्र करना।
- सीमावर्ती राज्यों से शराब के अवैध कारोबार पर रोक लगाना।
- राष्ट्रीय राजमार्ग और स्टेट हाईवे पर होटल और ढाबों की निगरानी।
- अपराधियों को चिन्हित कर छापेमारी अभियान चलाना।
- अवैध शराब के भंडारण, परिवहन और निर्माण स्थलों पर संयुक्त टीम द्वारा छापेमारी।
बिहार पुलिस के पत्र का प्रभाव
बिहार विधानसभा चुनाव के घोषणा से पहले ही बिहार के डीजीपी ने झारखंड डीजीपी को पत्र लिखकर अवैध शराब और मादक पदार्थों की तस्करी रोकने में सहयोग मांगा था। इसके बाद झारखंड पुलिस ने पूरे राज्य में शराब और मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए अलर्ट जारी किया।
न्यूज़ देखो: झारखंड पुलिस का सीमावर्ती जिलों में चुनाव सुरक्षा और अवैध तस्करी पर सख्त नियंत्रण
यह कदम बिहार विधानसभा चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए महत्वपूर्ण है। सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होने से अवैध गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण रहेगा। प्रशासन की यह सतर्कता चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करती है।
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सतर्क रहें, जिम्मेदारी निभाएं
वोटर और स्थानीय नागरिकों को चाहिए कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी पुलिस को तुरंत दें। अवैध मादक पदार्थ और हथियारों की तस्करी रोकने में सक्रिय भागीदारी से समाज सुरक्षित बनता है। इस खबर को साझा करें और जागरूकता फैलाएं ताकि चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण और निष्पक्ष बनी रहे।