रांची: सोमवार को डोरंडा स्थित जैप-1 परिसर में पुलिस संस्मरण दिवस पर विशेष परेड का आयोजन किया गया। इस मौके पर झारखंड के डीजीपी सहित पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। जैप परिसर स्थित शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर देश के वीर जवानों को नमन किया गया, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
इस साल 216 पदाधिकारी और जवान हुए शहीद:
इस साल देशभर के पारा मिलिट्री फोर्स और विभिन्न राज्य पुलिस बलों के कुल 216 जवान और अधिकारी वीरगति को प्राप्त हुए हैं। इन शहीदों में झारखंड के भी कुछ वीर जवान शामिल हैं, जिन्होंने अपने कर्तव्य निभाते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया।
झारखंड से हवलदार चौहान हेंब्रम, 12 अगस्त को एक सजायाफ्ता कैदी की सुरक्षा में तैनात थे, जब कैदी द्वारा किये गए हमले में वे शहीद हो गए। इसके अलावा, आरक्षी सिकंदर सिंह और सुकन राम, 7 फरवरी को चतरा जिले में नक्सली हमले में शहीद हुए। आरक्षी रामदेव महतो ने भी अपराधियों के साथ मुठभेड़ में अपने प्राणों की आहुति दी।
शहीदों के परिवारों के प्रति समर्पण:
इस अवसर पर पुलिस अधिकारियों ने शहीदों के परिवारों के प्रति अपना समर्थन दोहराया और उन्हें आश्वासन दिया कि झारखंड पुलिस उनके साथ हमेशा खड़ी रहेगी। समारोह में देश के लिए दिए गए इन बलिदानों को याद करते हुए, अधिकारियों ने कहा कि शहीदों के अदम्य साहस और कर्तव्यनिष्ठा को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
झारखंड पुलिस ने इस अवसर पर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई कि शहीदों के परिवारों के साथ वे हर सुख-दुख में साथ रहेंगे और उनकी सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे।