- जिला परामर्शदात्री समिति की द्वितीय त्रैमासिक बैठक आयोजित।
- महिला लखपति किसान योजना और पीएमईजीपी की प्रगति की समीक्षा।
- SHG सेविंग और क्रेडिट लिंकेज की स्थिति पर चर्चा।
- बैंकों को माइक्रो फाइनेंस पर जोर देने के निर्देश।
- उपायुक्त ने धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई।
गढ़वा समाहरणालय के सभागार में आज जिला परामर्शदात्री समिति की द्वितीय त्रैमासिक (2024-25) बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त शेखर जमुआर ने की, जिसमें बैंकों के प्रदर्शन और सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की गहन समीक्षा की गई।
बैठक के दौरान महिला लखपति किसान योजना, पीएमईजीपी, केसीसी, और अन्य योजनाओं की प्रगति का मूल्यांकन किया गया। उपायुक्त ने सभी बैंकों को लक्ष्य अनुरूप कार्य करने और योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लाभुकों तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
“बैंकों को जनहित में कार्य करना चाहिए और माइक्रो फाइनेंस को बढ़ावा देना चाहिए। इससे समाज में आर्थिक स्थिरता लाई जा सकती है।” – उपायुक्त शेखर जमुआर
महिला लखपति किसान योजना में प्रगति
बैठक में बताया गया कि जिले में 186 SHG सदस्यों को प्रशिक्षित किया गया है। अब तक 203 SHG का सेविंग लिंकेज और 374 SHG का क्रेडिट लिंकेज किया गया है। सभी पंचायतों में बीसी प्वाइंट खोलने के लिए बैंकों को निर्देशित किया गया।
पीएमईजीपी और केसीसी योजना
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना (PMEGP) में अपेक्षित प्रगति न होने पर उपायुक्त ने नाराजगी जताई। उन्होंने पीएम किसान योजना के लंबित आवेदनों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने के निर्देश दिए।
“योजनाओं का सही क्रियान्वयन जिले के विकास के लिए बेहद जरूरी है। सभी बैंक इसे गंभीरता से लें।” – उपायुक्त शेखर जमुआर
बैठक के अंत में उपायुक्त ने अनुपस्थित बैंकों के पदाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने बैंकों से मुद्रा ऋण और अन्य योजनाओं को गति देने की अपील की।
गढ़वा जिले में विकास और योजनाओं का सही क्रियान्वयन समाज की उन्नति के लिए आवश्यक है। ऐसे ही महत्वपूर्ण समाचार और ताज़ा अपडेट के लिए जुड़े रहें ‘न्यूज़ देखो’ के साथ।