#घाटशिला #उपचुनाव : तोपचांची की पहाड़ियों के बीच हुई JLKM की केंद्रीय बैठक, सर्वसम्मति से चुनाव लड़ने का ऐलान
- JLKM पार्टी ने घाटशिला उपचुनाव लड़ने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया।
- बैठक में डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो ने लिया भाग।
- तोपचांची की प्राकृतिक वादियों में हुई रणनीतिक बैठक में हुआ गहन मंथन।
- जल्द घोषित होगा उम्मीदवार, संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद नाम तय।
- जयराम महतो बोले — “बिगुल बज चुका है, सेना तैयार है, संघर्ष जारी रहेगा।”
घाटशिला/डुमरी। तोपचांची की शांत वादियों में रविवार को झारखंड लोकक्रांति मंच (JLKM) की केंद्रीय समिति की अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो ने भाग लिया। इस बैठक में घाटशिला उपचुनाव को लेकर पार्टी की रणनीति पर गहन चर्चा हुई और अंततः सर्वसम्मति से चुनाव मैदान में उतरने का निर्णय लिया गया।
पहाड़ों के बीच हुई रणनीतिक बैठक
बैठक का माहौल पूरी तरह उत्साह और एकजुटता से भरा था। प्रकृति, पहाड़ और जंगल की गोद में JLKM के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आगामी उपचुनाव की तैयारियों को लेकर विचार-विमर्श किया। पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय राजनीतिक प्रतिबद्धता और जनसंघर्ष की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
जयराम महतो का जोशपूर्ण संदेश — “संघर्ष जारी रहेगा”
बैठक में उपस्थित डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो ने कहा कि JLKM जनता की आवाज है, और घाटशिला उपचुनाव जनता के अधिकारों की लड़ाई बनेगा।
जयराम महतो: “बिगुल बज चुका है, सेना भी तैयार है। अब संघर्ष निर्णायक होगा और जनता की ताकत को झुकाया नहीं जा सकता।”
उन्होंने कहा कि पार्टी घाटशिला की धरती पर नए विकल्प के रूप में उभरेगी, और यह चुनाव जनता बनाम व्यवस्था की लड़ाई साबित होगा।
जल्द घोषित होगा प्रत्याशी
बैठक में यह भी तय हुआ कि JLKM की संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद प्रत्याशी का नाम घोषित किया जाएगा। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि घाटशिला में इस बार जनसंघर्ष का परचम लहराने के लिए पूरी तैयारी की जा चुकी है।
बैठक में केंद्रीय समिति के सदस्य, विभिन्न जिलों के पदाधिकारी और युवा मोर्चा के कई प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

न्यूज़ देखो: झारखंड की सियासत में नया मोड़
JLKM का घाटशिला उपचुनाव में उतरना झारखंड की सियासत में नए समीकरणों की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। जयराम महतो के नेतृत्व में पार्टी लगातार जनाधिकार आधारित राजनीति को मजबूत करने में जुटी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि यह जनसंघर्ष घाटशिला की जनता के दिल में कितनी गूंज पैदा करता है।
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संघर्ष की नई कहानी लिखने को तैयार घाटशिला
झारखंड की धरती फिर एक बार जनता बनाम सत्ता की लड़ाई देखने को तैयार है। अब समय है कि युवा और आम लोग इस लोकतांत्रिक आंदोलन का हिस्सा बनें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को शेयर करें — क्योंकि बदलाव की शुरुआत हमेशा जनता से होती है।