#गिरिडीह #सामाजिकसेवा : दुर्गा पूजा से पहले पीड़ित परिवार को जेएलकेएम टीम ने पहुंचाई मदद
- बगोदर थाना क्षेत्र के सोनतुरूपी गांव में 14 सितम्बर को हुई थी महेश दास की नहर में डूबने से मौत।
- महेश दास परिवार के कमाऊ सदस्य और अभिभावक थे।
- असामयिक मौत से परिवार आर्थिक संकट में फंसा।
- जेएलकेएम टीम ने सोमवार को चावल, आटा, आलू सहित खाद्य सामग्री पहुंचाई।
- प्रखंड अध्यक्ष उमेश कुमार महतो समेत कई सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के सोनतुरूपी गांव में 14 सितम्बर को नहर में डूबने से महेश दास की मौत हो गई थी। महेश दास घर के अभिभावक और कमाने वाले सदस्य थे। उनकी असामयिक मृत्यु से पूरा परिवार गहरे आर्थिक संकट में फंस गया है। इसी स्थिति को देखते हुए सोमवार को जेएलकेएम बगोदर प्रखंड कमेटी की टीम मृतक के घर पहुंची और दुर्गा पूजा जैसे महत्वपूर्ण त्योहार से पहले पीड़ित परिवार को चावल, आटा और आलू सहित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई।
जेएलकेएम का मानवीय कदम
जेएलकेएम बगोदर प्रखंड अध्यक्ष उमेश कुमार महतो, केन्द्रीय संगठन सचिव ललिता ठाकुर और पूर्व पंचायत समिति सदस्य मुमताज अंसारी के नेतृत्व में यह मदद पहुंचाई गई। इस मौके पर अभिशेख कुमार, अमृत महतो, प्रेमचंद साहू, विश्वनाथ साव, अमजद ख़ान, पप्पु साव, आलोक साव, कुंजलाल साव, राजकुमार रवानी, मोहन पांडे, कृष्णा दास, योगेन्द्र रविदास, प्रकाश दास, भोला दास और प्रेम दास समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
परिवार को मिला सहारा
महेश दास की असामयिक मौत ने परिवार को निराशा और आर्थिक संकट में धकेल दिया है। लेकिन जेएलकेएम की इस पहल से परिजनों को थोड़ी राहत और त्योहार के अवसर पर सहारा मिला। संगठन के पदाधिकारियों ने आश्वासन दिया कि आगे भी जरूरत के अनुसार परिवार की मदद की जाएगी।
जेएलकेएम के एक पदाधिकारी ने कहा: “यह हमारा सामाजिक कर्तव्य है कि कठिन परिस्थितियों में हम पीड़ित परिवारों के साथ खड़े रहें।”

न्यूज़ देखो: समाज के लिए संवेदनशीलता ही सच्ची सेवा
यह घटना याद दिलाती है कि असामयिक मौत न सिर्फ एक परिवार बल्कि पूरे समाज के लिए पीड़ा का कारण बनती है। ऐसे में जरुरतमंदों की मदद करना ही सच्ची सेवा है। जेएलकेएम जैसी पहलें समाज को जोड़ने और पीड़ितों को सहारा देने का काम करती हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
मुश्किल समय में मददगार बनें
अब समय है कि समाज के लोग भी आगे आएं और अपने आसपास के जरुरतमंद परिवारों को सहारा दें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग संवेदनशील बनें और ज़रूरतमंदों तक मदद पहुंच सके।