
#सिमडेगा #मानवीय_पहल : झामुमो नेता सफीक खान ने गंभीर रूप से घायल बच्चे एडिशन केरकेट्टा से मुलाकात कर परिवार को दिलाया सहयोग का भरोसा
- सिमडेगा जिले के बोलबा प्रखंड के प्रमुख के 5 वर्षीय पुत्र एडिशन केरकेट्टा पर गांव के ही एक व्यक्ति ने टांगी से हमला किया।
- बच्चे के माथे पर गंभीर चोट आई, जिसके बाद उसे तुरंत सदर अस्पताल, सिमडेगा में भर्ती कराया गया।
- झामुमो जिला सचिव सफीक खान को घटना की जानकारी मिलते ही वे अस्पताल पहुंचे और परिजनों से मिले।
- उन्होंने बच्चे के बेहतर इलाज की जिम्मेदारी ली और स्वास्थ्य विभाग से उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
- चिकित्सक दल द्वारा लगातार निगरानी में है एडिशन की स्थिति, परिजन बोले—“नेताओं के सहयोग से उम्मीद जगी।”
सिमडेगा जिले के बोलबा प्रखंड में रविवार देर शाम दर्दनाक घटना सामने आई, जब प्रखंड प्रमुख के पुत्र एडिशन केरकेट्टा (5 वर्ष) को गांव के ही एक व्यक्ति ने टांगी से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। बच्चे को तत्काल परिजन सिमडेगा सदर अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसका इलाज चल रहा है। खबर मिलते ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के जिला सचिव सफीक खान अस्पताल पहुंचे और बच्चे की हालत का जायजा लिया। उन्होंने परिजनों को हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया और डॉक्टरों से बच्चे के बेहतर इलाज की अपील की।
घटना का विवरण
घटना बोलबा प्रखंड क्षेत्र की है, जहां रविवार को एक अप्रत्याशित विवाद के दौरान गांव के एक व्यक्ति ने प्रखंड प्रमुख के बेटे एडिशन केरकेट्टा पर टांगी से हमला कर दिया। हमले में बच्चे के माथे पर गहरी चोट आई और वह बेहोश होकर गिर पड़ा। तत्काल ग्रामीणों और परिवार के सहयोग से बच्चे को अस्पताल पहुंचाया गया।
झामुमो जिला सचिव की पहल
घटना की जानकारी मिलते ही झामुमो जिला सचिव सफीक खान ने देर न करते हुए सदर अस्पताल सिमडेगा पहुंचकर घायल बच्चे से मुलाकात की। उन्होंने चिकित्सकों से बच्चे की स्थिति के बारे में जानकारी ली और कहा कि पार्टी स्तर पर हर संभव सहयोग किया जाएगा।
सफीक खान ने कहा: “यह अत्यंत दुखद घटना है। एक नाबालिग बच्चे पर इस तरह का हमला अमानवीय है। मैं प्रशासन से मांग करता हूं कि दोषी व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई हो और बच्चे का सर्वोत्तम इलाज सुनिश्चित किया जाए।”
उन्होंने बच्चे के परिजनों से बात की और आश्वस्त किया कि जब तक बच्चा पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो जाता, तब तक वे व्यक्तिगत रूप से हर सहयोग करेंगे।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस टीम मौके पर पहुंची और हमलावर की तलाश शुरू कर दी है। बताया गया है कि आरोपी व्यक्ति गांव से फरार है। पुलिस ने कहा है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक कार्रवाई की जाएगी।
अस्पताल में मिल रहा बेहतर इलाज
सदर अस्पताल, सिमडेगा के चिकित्सकों की टीम एडिशन केरकेट्टा के उपचार में जुटी है। डॉक्टरों के अनुसार, चोट गहरी है लेकिन बच्चे की स्थिति स्थिर है। डॉक्टरों ने बताया कि यदि 48 घंटे तक स्थिति नियंत्रित रही, तो बच्चा जल्द स्वस्थ हो सकता है।
सामाजिक संगठनों और स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद इलाके में आक्रोश और चिंता दोनों का माहौल है। कई स्थानीय संगठनों ने प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं, कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अस्पताल जाकर परिवार को सांत्वना दी और सहयोग का आश्वासन दिया।
एक स्थानीय निवासी ने कहा: “सफीक खान जी का अस्पताल आना हमारे लिए बहुत मायने रखता है। इससे प्रशासन पर दबाव बनता है और पीड़ित परिवार को हिम्मत मिलती है।”
न्यूज़ देखो: जनप्रतिनिधियों की संवेदनशीलता का परिचय
यह घटना दिखाती है कि जब नेता जनसेवा की भावना से आगे आते हैं, तो समाज में उम्मीद की एक किरण जगती है। झामुमो जिला सचिव सफीक खान द्वारा अस्पताल पहुंचकर बच्चे की स्थिति की जानकारी लेना न केवल मानवीय कर्तव्य है, बल्कि जनता के प्रति उनकी संवेदनशीलता को भी दर्शाता है। ऐसे समय में प्रशासन और समाज दोनों को मिलकर न्याय और सहायता की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए।
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इंसानियत से बड़ी कोई राजनीति नहीं
इस घटना ने हमें यह याद दिलाया कि नेता का असली धर्म सेवा और सहानुभूति है। जब समाज के कमजोर वर्ग, बच्चे या पीड़ित परिवार मुश्किल में हों, तो राजनीति से पहले मानवता का हाथ बढ़ना चाहिए।
आइए हम सब इस सोच को आगे बढ़ाएं — किसी घायल, पीड़ित या जरूरतमंद को देखकर चुप न रहें, मदद के लिए आगे आएं।
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