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- झामुमो में घर वापसी की अटकलों को सीता सोरेन ने किया खारिज
- भाजपा में सम्मान मिलने की बात कही, छोड़ने का सवाल ही नहीं
- झामुमो स्थापना दिवस के चलते अफवाहों को मिली हवा
- भाजपा संगठन को मजबूत करने पर दिया जोर
झामुमो में घर वापसी की खबरों पर दी प्रतिक्रिया
भाजपा नेता एवं जामा की पूर्व विधायक सीता सोरेन ने झामुमो में वापसी की सभी अटकलों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा में उन्हें सम्मान मिला है और वे इसे छोड़ने का कोई इरादा नहीं रखतीं।
सोशल मीडिया से फैली अफवाहें
सीता सोरेन ने बताया कि झामुमो में उनकी वापसी की खबर उन्हें सोशल मीडिया से मिली। इसके बाद झामुमो कार्यकर्ताओं ने बधाई संदेश भी भेजना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि वे पूरे मामले को समझ रही थीं, इसलिए पहले कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
भाजपा को मजबूत करने की प्रतिबद्धता
सीता सोरेन ने कहा कि भाजपा में रहकर उन्होंने संगठन को मजबूत किया। दुमका सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में झामुमो में वापसी की अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा:
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे सम्मान दिया है। भाजपा मेरी पार्टी है और मैं इसी के साथ आगे बढ़ूंगी।”
झामुमो स्थापना दिवस से कोई संबंध नहीं
सीता सोरेन ने स्पष्ट किया कि 2 फरवरी को झामुमो का 46वां स्थापना दिवस था और वह एक दिन पहले रांची से दुमका पहुंची थीं। इसी को लेकर कुछ लोगों ने उनकी झामुमो में वापसी की अटकलें लगानी शुरू कर दीं। लेकिन उन्होंने कहा कि इससे उनका कोई लेना-देना नहीं है और यह मात्र संयोग था।
चुनावी तैयारियों में जुटेंगी
सीता सोरेन ने कहा कि वे भाजपा के संगठन को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ताओं के बीच काम करेंगी। उन्होंने यह भी बताया कि लोकसभा चुनाव हारने के बावजूद भाजपा ने उन्हें जामताड़ा विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका दिया। भले ही वे हार गईं, लेकिन भाजपा में उनकी भूमिका बनी रहेगी और वे आगे की चुनावी तैयारियों में जुटेंगी।
समर्थकों के लिए प्रेम बरकरार
उन्होंने कहा कि झामुमो के कुछ कार्यकर्ता उम्मीद कर रहे थे कि वे वापस आएंगी, लेकिन उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि उनका झामुमो से कोई संबंध नहीं। 4 फरवरी को धनबाद में झामुमो के किसी भी कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना से भी उन्होंने इनकार कर दिया।
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