
#लातेहार #जनसहयोग : तालाब में डूबे दो मासूमों के परिवार से मिले झामुमो प्रतिनिधि, दिया आर्थिक सहयोग
- लातेहार जिले के चंदवा प्रखंड के जमीरा रक्सी गांव में तालाब में डूबने से दो मासूमों की मौत से मचा कोहराम।
- घटना पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने जताया शोक, प्रतिनिधिमंडल पहुंचा परिवार से मिलने।
- जिला अध्यक्ष लाल मोती नाथ शाहदेव के निर्देश पर झामुमो नेताओं ने पीड़ित परिवार को दिलाया ढांढस।
- खाद्य सामग्री, आवश्यक वस्तुएं और आर्थिक सहायता दी गई पीड़ित परिवार को।
- अंचल अधिकारी के निर्देश पर राजस्व कर्मचारी प्रतिमा इक्का ने सरकारी मदद भी पहुंचाई।
लातेहार जिले के चंदवा प्रखंड के जमीरा रक्सी गांव में शुक्रवार की सुबह उस वक्त सन्नाटा पसर गया जब दो मासूम बच्चों की तालाब में डूबने से दर्दनाक मौत हो गई। इस हृदयविदारक घटना ने पूरे इलाके को शोक और सदमे में डाल दिया है। गांव में मातम का माहौल है और हर आंख नम है।
झामुमो ने दिखाई संवेदनशीलता
इस दर्दनाक हादसे की सूचना मिलते ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने पीड़ित परिवार के प्रति गहरी संवेदना जताई। जिला अध्यक्ष लाल मोती नाथ शाहदेव के निर्देश पर झामुमो का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को जमीरा रक्सी गांव पहुंचा और शोक संतप्त परिवार से मुलाकात की।
प्रतिनिधिमंडल में जिला उपाध्यक्ष सितमोहन मुंडा, प्रखंड अध्यक्ष मनोज चौधरी, अल्पसंख्यक मोर्चा जिला उपाध्यक्ष नौशाद अंसारी, युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष अंकित तिवारी, राशिद खान, संजय यादव, ब्रह्मदेव प्रजापति, छोटू उर्फ असगर और शंकर प्रजापति मौजूद रहे।
झामुमो नेताओं ने कहा: “पार्टी सदैव जनहित और मानवीय मूल्यों के प्रति समर्पित है। इस कठिन घड़ी में झामुमो पीड़ित परिवार के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है और हर संभव सहायता दिलाने का प्रयास किया जाएगा।”
राहत और सहयोग पहुंचाया गया
झामुमो नेताओं ने पीड़ित परिवार को खाद्य सामग्री, आवश्यक वस्तुएं और नकद आर्थिक सहायता प्रदान की। उन्होंने कहा कि यह केवल पार्टी का दायित्व नहीं बल्कि इंसानियत का फर्ज है। पीड़ित परिवार के आंसू पोंछना ही इस समय सबसे बड़ी सेवा है।
वहीं, प्रशासनिक स्तर पर भी तुरंत कार्रवाई की गई। अंचल अधिकारी के निर्देश पर राजस्व कर्मचारी प्रतिमा इक्का मौके पर पहुंचीं और परिवार को तत्काल सरकारी आर्थिक सहायता प्रदान की। उन्होंने बताया कि मुआवजा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और परिवार को सभी सरकारी लाभ जल्द उपलब्ध कराए जाएंगे।
मानवता की मिसाल बना यह कदम
स्थानीय ग्रामीणों ने झामुमो प्रतिनिधियों के इस संवेदनशील रुख की जमकर सराहना की। लोगों का कहना था कि जब समाज के प्रतिनिधि ऐसे मुश्किल वक्त में पीड़ित परिवारों के साथ खड़े होते हैं, तो इससे समाज में मानवता, एकजुटता और सहयोग की भावना मजबूत होती है।
ग्रामीणों ने कहा: “आज जब राजनीतिक दलों पर स्वार्थी होने के आरोप लगते हैं, ऐसे समय में झामुमो की यह पहल लोगों के दिलों को छू गई है। यह राजनीति नहीं, इंसानियत की जीत है।”

न्यूज़ देखो: जनसंगठन की सच्ची भूमिका का उदाहरण
यह घटना बताती है कि राजनीति केवल सत्ता तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह समाज और मानवता की सेवा का माध्यम बने। झामुमो की इस संवेदनशील पहल ने यह साबित किया है कि जनसंगठन जब जनता के साथ खड़ा होता है, तो दर्द भी थोड़ा हल्का हो जाता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
साथ मिलकर बढ़ाएं मानवता की रोशनी
दो मासूमों की मौत ने जहां गांव को शोक में डुबो दिया, वहीं झामुमो और प्रशासन की तत्परता ने इंसानियत की लौ जलाए रखी। अब जरूरत है कि हम सब ऐसे कठिन समय में अपने आसपास के लोगों का सहारा बनें।
सहानुभूति दिखाएं, मदद करें, और इस खबर को साझा करें ताकि समाज में संवेदनशीलता और सहयोग की भावना और गहरी हो सके।




