प्लेन और हेलिकॉप्टर हादसों पर झामुमो की शोक सभा, दिवंगतों को दी श्रद्धांजलि

#झारखंड #शोकसभा : पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर के आवास पर हुई झामुमो की शोकसभा — विमान और हेलिकॉप्टर हादसों में मारे गए लोगों को दी गई श्रद्धांजलि

मिथिलेश ठाकुर के आवास पर हुई श्रद्धांजलि सभा

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की ओर से हालिया विमान और हेलिकॉप्टर हादसों में जान गंवाने वाले लोगों की याद में एक शोक सभा का आयोजन किया गया। यह सभा पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के कल्याणपुर स्थित आवास पर संपन्न हुई, जिसमें बड़ी संख्या में वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी और पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए।

मौन श्रद्धांजलि और प्रार्थना का आयोजन

सभा की शुरुआत दो मिनट के मौन से की गई। इसके बाद उपस्थित लोगों ने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए सामूहिक प्रार्थना की। यह माहौल पूरी तरह से भावुक और संवेदनाओं से भरा हुआ था।

मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा: “यह हादसा पूरे देश के लिए अत्यंत पीड़ादायक है। हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि विमान और हेलिकॉप्टर की सुरक्षा मानकों की पुनः समीक्षा की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।”

जवाबदेही तय करने की आवश्यकता

सभा में वक्ताओं ने इस घटना को तकनीकी लापरवाही और सिस्टम की कमजोरी का संकेत बताया। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हवाई परिवहन प्रणाली की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए और सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू किया जाए।

जवाहर पासवान (झामुमो केंद्रीय सदस्य) ने कहा: “हर एक जान अनमोल होती है। सरकार को चाहिए कि पीड़ित परिवारों को समुचित मुआवजा और सहायता तत्काल प्रदान करे। हमारी पूरी संवेदना शोक संतप्त परिवारों के साथ है।”

कई नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति

इस मौके पर केंद्रीय सदस्य धीरज दुबे, तनवीर आलम, सरकारी अधिवक्ता परेश तिवारी, जिला सचिव शरीफ अंसारी, कोषाध्यक्ष चंदन जायसवाल, रेखा चौबे, आराधना सिंह, वंदना जायसवाल, रोशन पाठक, सलीम जाफर, आशीष अग्रवाल, धर्मेंद्र दुबे, फरीद अंसारी, अमित सिंह, फुजैल अहमद, राजा सिंह, विवेक सिंह, आर्यन सिंह, प्रियम सिंह, दिलीप गुप्ता, अंकित पांडे, कार्तिक पांडे, वसीम अकरम, मिनहाज खान, अरविंद यादव, हरिओम यादव, अली राजा समेत सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे। सभी ने एक सुर में सरकार से जिम्मेदार कार्रवाई और पारदर्शी जांच की मांग की।

न्यूज़ देखो: जवाबदेही तय हो, संवेदनाएं न जाया जाएं

न्यूज़ देखो हर उस पहलू को उजागर करता है जहां जन जीवन, सुरक्षा और संवेदनाएं सवालों के घेरे में आती हैं।
इन दर्दनाक हादसों के बाद सिर्फ श्रद्धांजलि देना काफी नहीं — अब वक्त है जवाबदेही तय करने का, और यह सुनिश्चित करने का कि ऐसी घटनाएं फिर न हों।
सत्ता से सवाल करना, पीड़ितों की आवाज बनना और सुरक्षा सुधार की मांग करना — यही लोकतंत्र की ताकत है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

एकजुटता और सतर्कता से बनाएं मजबूत समाज

हर नागरिक की सुरक्षा सर्वोपरि है। हमें चाहिए कि ऐसी घटनाओं से सबक लें, सिस्टम से जवाब मांगें और सुरक्षा सुधार की दिशा में जागरूक नागरिक बनें।
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