- लातेहार पुलिस ने यातायात नियम तोड़ने वालों को फूल और माला से जागरूक करने की पहल शुरू की।
- चालान की जगह ‘संस्कार क्लास’ देकर लोगों को सुधारने का प्रयास।
- सोशल मीडिया पर अभियान की हो रही है जमकर सराहना।
- अगले चरण में मोमबत्ती और गीता भेंट की योजना।
लातेहार, 03 जनवरी 2025: चालान और जुर्माने का खौफ अब बीते जमाने की बात हो गई है। लातेहार पुलिस ने यातायात नियम तोड़ने वालों को सुधारने के लिए एक नई और दिलचस्प पहल शुरू की है। इस अनूठे अभियान के तहत, जो लोग बिना हेलमेट, ट्रिपल राइडिंग, या मोबाइल पर बात करते हुए पकड़े जाते हैं, उन्हें गुलाब का फूल और माला पहनाकर नियमों का महत्व समझाया जा रहा है।
इस पहल के पीछे का विचार साझा करते हुए एक पुलिस अधिकारी ने कहा,
“चालान और फाइन से लोगों में बदलाव नहीं आ रहा था। हमने सोचा, एक मनोवैज्ञानिक और सांस्कृतिक तरीका अपनाया जाए, जिससे लोग शर्मिंदगी महसूस करें और नियमों का पालन करें।”
अभियान के दौरान एक बाइक सवार ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “पहले चालान कटने पर गुस्सा आता था, लेकिन अब यह फूल और माला देखकर शर्मिंदगी महसूस होती है। अगली बार मैं हेलमेट जरूर पहनूंगा।”
पुलिस उपाधीक्षक ने इस पहल को समाज सुधार की दिशा में एक छोटा लेकिन प्रभावी कदम बताया। उन्होंने कहा, “यह केवल जागरूकता अभियान नहीं, बल्कि समाज को एक नई दिशा देने का प्रयास है।”
सोशल मीडिया पर चर्चा: यह अनूठा अभियान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। एक यूजर ने लिखा, “लातेहार पुलिस ने चालान की जगह संस्कार का रास्ता चुना है।” वहीं, एक वायरल मीम में लिखा गया, “कानून तोड़ो और माला पहनकर राजा बनो।”
लातेहार पुलिस के इस प्रयास से यातायात नियमों के पालन में सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है। यह देखा जाना बाकी है कि यह ‘फूल पुलिसिंग’ मॉडल देशभर में लागू होगा या नहीं।
‘न्यूज़ देखो’ का सुझाव है कि यातायात नियमों का पालन करें और ‘फूलपंथी‘ से बचें। सड़क सुरक्षा का ध्यान रखें और हमेशा सतर्क रहें।